कुंदन श्रीवास्तव, प्रमुख संवाददाता
दीवारें गिराना तो हर युग की सियासत है , पर जब अपने क़ित्ते,अपनी शहंशाही को बचाने की बात हो तो फ़िर भला कोई इसे सियासत कह भी कैसे सकता है ? यहां तो अपनी रियासत बचाने की बात है, लिहाज़ा अपनी रियासत को बचाने के लिए,उस मज़बूत दीवार को अब गिराने का वक़्त भी आ चुका है। इसके लिए अब तक तरक़ीबें भी ढ़ुंढ़ीं जा चुकी होंगी। सवाल यहां भारत को अपनी बादशाहत बचाने की है। ऐसे में विसात बिछाने की तैयारियों का शायद आख़िरी दौर भी मुक़म्मल हो चुका होगा । बहुत मज़बूत दीवार है,इसे गिराने के लिए कुछ तो अलहदा करना ही होगा भारत को।ये वही लाल दीवार है जो,भारत के सामने बिहार एशियन हॉकी चैम्पियनशिप (Bihar Women’s Asian Hockey Champions Trophy) में ट्रॉफी के दरमियान आड़े बनकर खड़ी है।
पिछले दो दिनों से राजगीर में इस वक़्त, जो ख़मोशियां छायी हुई हैं , जो एक बड़े तूफ़ान के आने के पहले की है। चीनी तूफ़ान,जो 16 नवंबर की शाम तक़रीबन 4 बजकर 45 मिनट पर, इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स (राजगीर) के हॉकी एरिना के ब्लू सरफेस को छुने वाला है।भारत के थिंक टैंक इस ‘ लाल ‘ तूफ़ान से कैसे निपटना है ? अबतक अपनी हिक़मत ए अमली का ख़ाका भी खिंच चुके होंगे।
भारतीय महिला हॉकी टीम और चीनी महिला हॉकी टीम के दरमियान एशियन विमेंस हॉकी चैम्पियनशिप के तहत खेले जाने वाले इस मैच को लेकर, हॉकी के माहिरीनों के बीच भी इस समय एक अलग ही जंग चल रहा है। कुछ भारत तो कुछ चीन को इस मैच का विजेता मान रहे हैं। ग़ौरतलब है कि एफआईएच रैंकिंग में चीन छठी पोजिशन पर है और वो ओलंपिक सिल्वर मेडलिस्ट के तौर भारत के सामने उतरेगा। वहीं 9 वीं विश्व वरीयता प्राप्त भारतीय महिला हॉकी टीम, डिफेंडिंग चैम्पियन के रूप में चीनी दीवार को ध्वस्त करने उतरेगी। इस टुर्नामेंट में अमूमन यही दो टीमें हैं जो आज़ के बाद एक मर्तबा फिर फाइनल में एक दूसरे की हमराह बन सकतीं हैं, बशर्ते इस चैंपियनशिप में कुछ अप्रत्याशित न हो जाए। वैसे देखा जाए तो भारत और चीन की टीमें इस चैंपियनशिप में अब तक अपने हिस्से की तीनों मैच जीत कर लगभग सेमीफाइनल की ड्योढ़ी तक क़दम रख चुकी हैं।
बिहार विमेंस एशियन हॉकी चैंपियनशिप के राउंड रॉबिन के चौथे दौर के पहले खेले गए तीनों मैचों में, इन दोनों टीमों ने शानदार प्रदर्शन दिखाया है और इस वक़्त अंक तालिका में पहले -दूसरे स्थान पर काबिज़ हैं। अंकों के लिहाज़ से दोनों टीमों के एकसे प्वाइंट्स हैं, महज़ दो गोलों के अंतर की वज़ह से चीन इस चैंपियनशिप की अंकतालिका में मौज़ूदा में सर एक फ़ेहरिस्त है। चीन ने अपने हरीफ़ के खिलाफ़ अब तक 22 गोल जबकि भारत ने 20 गोल स्कोर किए हैं।आज़ खेले जाने वाले राउंड रॉबिन लीग के चौथे दौर के भारत-चीन के मैच को, हॉकी के एक्सपर्ट फाइनल का ब्लूप्रिंट मान रहे हैं।
आज़ के मैच में भारतीय टीम जब खेलने उतरेंगी तब, सारी की सारी निग़ाहें दीपिका,सलीमा टेटे, सविता, ब्यूटी जैसी खिलाड़ियों पर तो टिकीं होंगी , जिन्होंने इस चैंपियनशिप में अब तक अपना शानदार प्रदर्शन किया है। दीपिका,अब तक इस चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिखाते हुए इंडिविजुअली कुल 7 गोल स्कोर चुकीं हैं। सर्वाधिक गोल स्कोर करने में दूसरा स्थान चीन की टेन जिनगुआंग का है, जिनके खाते में जमा 4 गोल हैं।
बहरहाल, अब से चंद घंटों बाद यानी भारतीय समयानुसार शाम 4 बजकर 45 मिनट में भारत और चीन की टीमें एक – दूसरे के मद्दे – मुक़ाबिल होंगी। मुक़ाबला कांटे का रहने वाला है और इंटरनेशनल स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का हॉकी एरिना चक दे इंडिया के स्लोगन से गुंजता दिखाई देगा।