टोक्यो 2020 की पुरुष हॉकी में सेमीफाइनल की हार के बाद कांस्य पदक के लिए मुकाबले में भारत ने जर्मनी को 5-4 से हरा कर कांस्य पदक अपने नाम कर लिया।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने 41 साल बाद ओलंपिक पदक जीता। इसके पहले वर्ष 1980 में भारत ने ओलंपिक में स्वर्ण पदक अपने नाम किया था। यदि कांस्य पदक की बात की जाए तो भारत ने म्यूनिख ओलंपिक खेल-1972 में इसे अपने नाम आखिरी बार किया था।
चौथे क्वार्टर की शुरुआत में भारत ने खाया गोल, अब भी 5-4 से आगे
टोक्यो 2020 के पुरुष हॉकी कांस्य पदक प्लेऑफ मुकाबले के चौथे क्वार्टर में जर्मनी ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल करते हुए भारतीय टीम की बढ़त को घटाकर 4-5 कर दिया है।
जर्मनी के लिए मैच के 48वें मिनट में Lukas WINDFEDER ने पेनाल्टी कार्नर पर गोल किया।
Simranjeet ने अपने दूसरे गोल से बढ़त को 5-3 पर पहुंचाया
टोक्यो 2020 के पुरुष हॉकी के कांस्य पदक प्लेऑफ मुकाबले में दूसरा हाफ शुरू होते ही पहले चार मिनट में भारतीय हॉकी टीम ने जर्मनी पर 5-3 की बढ़त बना ली है।
Simranjeet Singh ने मैच के 34वें मिनट में शानदार गोल करते हुए स्कोर 5-3 कर दिया। इससे पहले जर्मन खिलाड़ियों ने पहले ही मिनट में Mandeep Singh को बाधा पहुंचाई और अंपायर ने पेनाल्टी स्ट्रोक भारत को दे दिया। जर्मनी ने इसे चुनौती दी, लेकिन टीवी रेफरल भी भारत के पक्ष में रहा। नतीजा Rupinderpal Singh ने टोक्यो 2020 में अपना चौथा गोल करते हुए स्कोर 4-3 कर दिया।
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत में ही पेनाल्टी स्ट्रोक और भारत ने स्कोर कर दिया 4-3
टोक्यो 2020 के पुरुष हॉकी के कांस्य पदक प्लेऑफ मुकाबले में दूसरा हाफ शुरू होते ही भारतीय हॉकी टीम ने जर्मनी पर 4-3 की बढ़त बना ली है।
जर्मन खिलाड़ियों ने पहले ही मिनट में Mandeep Singh को बाधा पहुंचाई और अंपायर ने पेनाल्टी स्ट्रोक भारत को दे दिया। जर्मनी ने इसे चुनौती दी, लेकिन टीवी रेफरल भी भारत के पक्ष में रहा। नतीजा Rupinderpal Singh ने टोक्यो 2020 में अपना चौथा गोल करते हुए स्कोर 4-3 कर दिया।

3 मिनट में पेनाल्टी कार्नर पर 2 गोल कर भारत ने की 3-3 से बराबरी
टोक्यो 2020 के पुरुष हॉकी कांस्य पदक मुकाबले के दूसरे क्वार्टर में लगातार दो मिनट में गोल खाकर पिछड़ने वाले भारत ने 3 मिनट के अंदर दो पेनाल्टी कार्नर को गोल में बदलकर स्कोर 3-3 से बराबर कर दिया। पहलाा हाफ 3-3 से ही बराबर रहा है।
पहले भारत के लिए 27वें मिनट में आए पेनाल्टी कार्नर पर Hardik Singh ने कमाल कर दिया और गोल करते हुए बढ़त को 2-3 कर दिया। इसके बाद 29वें मिनट में डी के ठीक बाहर कप्तान Manpreet Singh को जबरन रोकने का खामियाजा जर्मन टीम को एक और पेनाल्टी कार्नर से उठाना पड़ा। इस पेनाल्टी कार्नर को Harmanpreet Singh ने गोल में तब्दील करते हुए बराबरी दिला दी।जर्मनी के लिए 24वें मिनट में Niklas WELLEN और 25वें मिनट में Benedikt FURK ने शानदार मैदानी गोल किए।
2 मिनट बाद ही भारत ने गोल से बढ़त को किया कम, अब स्कोर 2-3 हुआ
टोक्यो 2020 के पुरुष हॉकी कांस्य पदक मुकाबले के दूसरे क्वार्टर की शुरुआत में जर्मनी से स्कोर की बराबरी करने वाले भारत के लिए 24वें और 25वें मिनट बेहद निराशाजनक साबित हुए। जर्मनी ने स्कोर 3-1 कर लिया। लेकिन भारत के लिए 27वें मिनट में आए पेनाल्टी कार्नर पर Harmanpreet Singh ने कमाल कर दिया और गोल करते हुए बढ़त को 2-3 कर दिया।
जर्मनी के लिए 24वें मिनट में Niklas WELLEN और 25वें मिनट में Benedikt FURK ने शानदार मैदानी गोल किए।
