अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक अहम बदलाव करते हुए पावरप्ले नियमों में संशोधन किया है। यह बदलाव विशेष रूप से बारिश या समय की कमी के कारण छोटे कर दिए गए मैचों (reduced overs matches) पर लागू होगा। यह नया नियम जुलाई 2025 से प्रभावी होगा और सभी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में लागू होगा।
क्या है नया नियम?
अब तक रद्द या कम किए गए ओवर वाले टी20I मैचों में पावरप्ले ओवरों की संख्या पूरे ओवर के आधार पर निर्धारित की जाती थी, लेकिन अब इसे “गेंदों की कुल संख्या” के प्रतिशत के आधार पर तय किया जाएगा।
उदाहरण के रूप में:
मैच का आकार | कुल गेंदें | नया पावरप्ले (30%) | ओवर के अनुसार |
---|---|---|---|
20 ओवर | 120 गेंदें | 36 गेंदें | 6 ओवर (जैसा पहले था) |
10 ओवर | 60 गेंदें | 18 गेंदें | 3 ओवर |
8 ओवर | 48 गेंदें | 14.4 गेंदें → 14 गेंदें (करीब 2.2 ओवर) | |
6 ओवर | 36 गेंदें | 10.8 गेंदें → 11 गेंदें (करीब 1.5 ओवर) |
इस बदलाव के पीछे की सोच
आईसीसी का उद्देश्य है:
खिलाड़ियों और टीमों को समान अवसर देना
रेन-कट शॉर्ट मैचों में पावरप्ले का न्यायपूर्ण वितरण
खेल के संतुलन को बेहतर बनाना
क्रिकेट विशेषज्ञों की राय
पूर्व खिलाड़ियों और कोचों ने इस बदलाव को “फेयर प्ले की दिशा में सकारात्मक कदम” बताया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह नियम छोटे मैचों में पावरप्ले के महत्व को बनाए रखेगा और खेल को और भी प्रतिस्पर्धी बनाएगा।
कब से लागू होगा?
यह नया नियम जुलाई 2025 से विश्व स्तर पर सभी T20I मैचों में लागू होगा।
इसका सीधा असर पुरुषों और महिलाओं दोनों की अंतरराष्ट्रीय T20 श्रृंखलाओं पर पड़ेगा।
संक्षेप में:
पुराना नियम: ओवर के आधार पर पावरप्ले तय
नया नियम: गेंदों के प्रतिशत (30%) से पावरप्ले
लक्ष्य: छोटा मैच, लेकिन बराबरी का पावरप्ले
लागू तिथि: जुलाई 2025
प्रभाव: सभी T20 अंतरराष्ट्रीय मैचों पर