हैदराबाद। भारतीय क्रिकेट टीम शुक्रवार से यहां राजीव गांधी स्टेडियम में वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू होने जा रहे तीन मैचों की टी-20 सीरीज में अपना दबदबा कायम रखने उतरेगी।
विश्व रैंकिंग में पांचवें नंबर पर काबिज भारत ने इस साल अगस्त में ही वेस्टइंडीज दौरे पर तीनों प्रारूपों में मेजबान टीम पर क्लीन स्वीप किया था।
भारतीय टीम हालांकि पिछले महीने बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा की कप्तानी में दबाव में दिख रही थी। मेजबान टीम को पहली बार बांग्लादेश के खिलाफ टी-20 सीरीज में हार का सामना करना पड़ा था।
लेकिन अब नियमित कप्तान विराट कोहली के लौटने से टॉप आर्डर में टीम को एक स्थिरता मिली है। उनके अलावा रोहित, लोकेश राहुल और श्रेयस अय्यर भी ऐसे बल्लेबाज हैं, जो कि किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को तहस नहस कर सकते हैं। खासकर ऐसे में जब वेस्टइंडीज की टीम के पास अनुभव गेंदबाजों की कमी है।
बल्लेबाजी के अलावा भारतीय टीम का गेंदबाजी आक्रमण भी काफी घातक दिखाई दे रही है। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार और मोहम्मद शमी के लौटने मेजबान टीम की तेज गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत हुई है। भुवनेश्वर और शमी को दीपक चहर और शिवम दुबे से भी अच्छा साथ मिलेगा, जिन्होेंने बांग्लादेश के खिलाफ मिले सीमित ओवरों के मौके को अच्छे से भुनाया है।
अगर वेस्टइंडीज की टीम मेजबान टीम के तेज गेंदबाजों का तोड़ खोज लेते हैं तो फिर भारत के पास कैरेबियाई धुरंधरों को रोकने के लिए युजवेंद्र चहल, रवींद्र जडेजा और कुलदीप यादव जैसे हथियार भी शामिल हैं।
दूसरी तरफ विश्व रैंकिंग में 10वें नंबर पर काबिज और मौजूदा विश्व चैंपियन वेस्टइंडीज को अगर भारत के खिलाफ विजयी शुरुआत करनी है तो उसे टॉप क्रिकेट खेलना होगा।