पटना। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार के सचिव आदित्य वर्मा ने गुरुवार को बीसीसीआई द्वारा बिहार क्रिकेट के लिए नियुक्त सुपरवाइजरी कमेटी के चेयरमैन आलोक कुमार (पूर्व आईपीएस) से मिल कर अपनी बात रखी है और एक-एक विंदुओं पर उन्हें समझाया।
इस संबंध में आदित्य वर्मा ने खेलढाबा.कॉम से बातचीत में कहा कि हमने सुपरवाइजरी कमेटी के चेयरमैन आलोक कुमार को कहा कि बिहार क्रिकेट से भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए सबसे पहले यहां टीम चयन की प्रक्रिया को सुधारना होगा। उन्होंने कहा कि आप चुनाव करा लें या और कुछ भी करा लें इससे समस्या का समाधान तत्काल नहीं दिखता है। आज की तारीख में खराब सेलेक्शन प्रक्रिया के कारण घरेलू क्रिकेट में परफॉरमेंस करने वाले टीम में नहीं है और बाहरी खिलाड़ियों का बोलवाला हो गया है।
उन्होंने कहा कि बीसीसीआई को चाहिए कि अपनी सेलेक्शन कमेटी बहाल कर यहां सभी आयु वर्गों का सेलेक्शन ट्रायल कराए और टीम की प्रतिभागिता सुनिश्चित करे तभी लेनदेन का जो खेल होता है वह बंद होगा। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया बिहार क्रिकेट में टीम चयन में होने वाली धांधली को देख चुका है इस पर कमेटी को गंभीरता से विचार करना चाहिए। उन्होंने कमेटी को कहा सभी सेलेक्टर से यह पूछा जाना चाहिए कि आपने जो कैंप के लिए प्लेयरों का जो लिस्ट जारी किया है उसका पैमाना क्या है और खिलाड़ियों का परफॉरमेंस क्या रहा है।