पटना, 14 अक्टूबर। बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने राज्य में खेलों और खिलाड़ियों के विकास के लिए जो ऐतिहासिक पहल शुरू की है, वह वास्तव में गौरवपूर्ण है। उनके दूरदर्शी नेतृत्व में राज्य में प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं, जिनमें खिलाड़ियों को लाखों रुपये की छात्रवृत्ति, करोड़ों के नकद पुरस्कार और योग्यता के अनुसार ग्रेड-1 तक की सरकारी नौकरी प्रदान की जा रही है। ये बातें खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार के महासचिव नीरज कुमार पप्पू ने कही।
नीरज कुमार पप्पू ने बताया कि बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी रविंद्रन शंकरण के नेतृत्व में राज्य में कई ऐतिहासिक खेल आयोजन सफलतापूर्वक आयोजित किए गए हैं। इनमें प्रमुख रहा अस्मिता खेलो इंडिया विमेंस खो-खो नेशनल चैंपियनशिप, जो पहली बार गोपालगंज में आयोजित हुई। इस प्रतियोगिता में बिहार की बालिका खो-खो टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए राष्ट्रीय स्तर पर पहली बार मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को उनके इस गौरवपूर्ण प्रदर्शन के लिए बिहार खेल सम्मान 2025 से सम्मानित किया गया। यह सम्मान न केवल बिहार की खो-खो टीम, बल्कि पूरे राज्य के लिए गर्व का अवसर है। समारोह में अन्नपूर्णा कुमारी गुप्ता, मुस्कान कुमारी, अन्नु प्रिया, प्रिया, स्वाति कुमारी, साक्षी कुमारी, रिया रानी, रिया कुमारी, मुस्कान कुमारी सिंह, सलोनी कुमारी, शगूफा सरवर, ईशानवी आनघ, चाँदनी कुमारी, पिहू कुमारी, संजना कुमारी, सोनम कुमारी और आराध्या तिवारी को सम्मानित किया गया। सभी खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप 20-20 हजार रुपए प्रदान किए गए।
नीरज कुमार पप्पू ने इस ऐतिहासिक पहल और खो-खो खेल को नई पहचान दिलाने में योगदान देने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के DG रविंद्रन शंकरण का बिहार खो-खो जगत की ओर से तहेदिल से आभार व्यक्त किया।