भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड मैदान को लेकर हाल के दिनों में स्मार्ट सिटी प्रबंधन द्वारा लिये गये फैसलों से खिलाड़ियों, खेलप्रेमियों, खेल संघ के पदाधिकारियों से लेकर आम लोगों में आक्रोश गहराता जा रहा है। जिम, स्वीमिंग पुल और खेल मैदान के व्यवसायीकरण को लोग नहीं पचा पा रहे हैं।
इन लोगों का कहना है कि इस हठधर्मिता के खिलाफ वे निर्णायक लड़ाई लड़ेंगे। दूसरी तरफ खिलाड़ी तबका भी इसके खिलाफ सड़क पर उतरने का मन बनाने लगा है। मनीष शिवपूनम यादव ने कहा है कि अगर सैंडिस कम्पाउंड स्टेडियम को खिलाड़ियों के हवाले नहीं किया जाता है तो बिहार के इतिहास में पहला सबसे बड़ा खिलाड़ी आंदोलन होगा। शहर के हर व्यस्त सड़कों को खेल का मैदान बना दिया जाएगा।
इस मामले को बिहार प्लेयर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष और राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने भी गंभीरता से लिया है। रविवार को कटिहार से पटना लौटने के क्रम में उन्होंने बताया कि सैंडिस कंपाउंड के पूरे मामले से वे पटना पहुंचकर उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को अवगत कराएंगे।
तेजस्वी यादव खुद खिलाड़ी रहे हैं, इसलिए वे इसकी बारीकी को भी समझते हैं। श्री तिवारी ने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि खेल म॔त्री भी भागलपुर आएं और खिलाड़ियों और खेल संघों से बात कर उनकी पीड़ा को दूर करें। यहां बता दें कि श्री तिवारी भागलपुर के ही रहनेवाले हैं और सैंडिस कंपाउंड के मैदान में ही छात्र जीवन के दौरान खेला-धूपा है।
उल्लेखनीय है कि स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने सैंडिस कंपाउंड स्टेडियम में पूर्व से बने जिम में भारी शुल्क लगा दिया है। अखबार में छपी खबर के अनुसार इसका लाभ लेने के लिए अब 2000 रूपये प्रति माह की अदायगी करनी होगी। इसी तरह स्वीमिंग पुल का लाभ लेने के लिए भी 2000 रूपये महीने के हिसाब से देने होंगे। खेल मैदान के इस्तेमाल, पार्किंग समेत कई और तरह के शुल्क भी स्मार्ट सिटी प्रबंधन ने लगा दिये हैं। यह शुल्क शहरवासियों के गले के नीचे नहीं उतर रहा है।
साभार : priyaprabhat.com