पटना। इंडिपडेन्ट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल ऑफ बिहार के मुख्य संरक्षक तथा राज्य सभा के माननीय सांसद डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में आज पाटलिपुत्रा स्थित उनके निजी आवास पर अति-आवश्यक बैठक हुई जिसमें बिहार क्रिकेट एसोसियेशन (बीसीए) की गतिविधियों एवं वर्तमान हालात पर चिंता व्यक्त की गई।
बैठक में बीसीए के अध्यक्ष राकेश तिवारी पर दिल्ली के पार्लियामेन्ट स्थित थाना में दर्ज एफ0 आई0 आर0, कांड संख्या-29/2022 में रेप केस दर्ज होने पर चर्चा की गई और लगातार बिहार की प्रतिष्ठा को धूमिल होने से बचाने एवं राज्य के हजारों होनहार खिलाड़ियों के भविष्य को देखते हुए कई आवश्यक फैसले लिए गए।
इंडिपडेन्ट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल आफ बिहार के मुख्य संरक्षक तथा सांसद डा0 अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि बीसीसीआई राकेश तिवारी से जुड़े मामले में अविलंब संज्ञान ले और बीसीए के अध्यक्ष पद से राकेश तिवारी को तुरंत बर्खास्त करे।
श्री सिंह ने कहा कि बीसीए पर लगातार खिलाड़ियों से पैसे लेने और खिलाड़ियों का भयादोहन होने के आरोप लगते रहे हैं और बीसीए में हमेशा भ्रष्टाचार होने की बात आती रही है। इसे देखते हुए बीसीए व बीसीएल के बैंक खातों का जॉच आवश्यक हो गया है।
डा0 सिंह ने कहा कि क्रिकेट के पारदर्शिता को देखते हुए बताया कि सर्वप्रथम बच्चों का आवेदन ऑनलाईन करने की व्यवस्था बीसीसीआई करे जिस पर खिलाड़ी अपने प्रदर्शन से जुड़े सारे रिकार्ड को दे सकें।
बिहार टीम के चयन के लिए बीसीसीआई सीधे बिहार के बाहर के चयनकर्ता को भेजकर बिहार टीम का चयन कराए और सत्र की समाप्ति तक एक एक विडियो रिकाडिंग सुरक्षित रखे जाएं और जनहित में प्रसारित किया जाय। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इंडिपडेन्ट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल आफ बिहार को मोनेटरिंग का बीसीसीआई दे ताकि पूर्ण पारदर्शिता के साथ बिहार का विकास हो सके।
इंडिपडेन्ट क्रिकेट प्लेयर्स प्रोटेक्शन काउंसिल आफ बिहार के अध्यक्ष सुनील दत्त मिश्रा एवं उपाध्यक्ष तथा पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अजीत कुमार शुक्ला ने दुष्कर्म के आरोपित बीसीए अध्यक्ष राकेश तिवारी को अबिलम्ब गिरफ्तार करने और बीसीसीआई से उनको बीसीए के अध्यक्ष पद से बर्खास्त करने की मांग की है।





