पटना, 8 अक्टूबर। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के कार्यालय पर शनिवार को हुए हमले और जीएम के ऊपर स्याही फेके जाने की घटना किसी पूर्व क्रिकेटर के द्वारा नहीं जबकि एक आपराधिक चरित्र के लोगों के समूह के द्वारा की गई है। यें बाते बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के मुख्य प्रवक्ता संजीव कुमार मिश्रा के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही गई है।
श्री मिश्रा ने जारी विज्ञप्ति में कहा है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के द्वारा चयन की जाने वाली टीम में कार्यालय की कोई भूमिका नहीं होती है, टीम का चयन समिति के सदस्यों के द्वारा की जाती है, जिनकी नियुक्ति आम सभा से होती है। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के जी एम और बिहार के सम्मानित पूर्व क्रिकेटर सुनील कुमार सिंह पर हुआ हमला एक अपराधी के द्वारा किया गया है, जो अपने भाई का चयन बिहार की सीनियर टीम में कराने के लिए दवाब बनाना चाहता है। श्री मिश्रा ने कहा कि जिसका चयन वह टीम में कराना चाहता है, उसने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के किसी भी घरेलू टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया और जिला संघ से उक्त खिलाड़ी के नाम को भी ट्रायल में भाग लेने के लिए अनुशंसित नहीं किया। अमित यादव पूर्व में भी बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के विरुद्ध होने वाले हँगामा में शामिल में रहे है, सोशल मीडिया पर लगातार बिहार क्रिकेट एसोसिएशन और बीसीसीआई की छवि को प्रभावित करते रहे है, इनके ऊपर पाटलीपुत्रा थाने में कांड संख्या 791/23 दर्ज कर लिया गया है।
श्री मिश्र ने बिहार के डीजीपी से आग्रह है किया है कि अमित यादव जैसे आपराधिक चरित्र के व्यक्ति की अविलंब गिरफ्तारी हो और बीसीए कार्यालय का प्रशासनिक स्तर सुरक्षा बहाल किया जाये।


