पटना। गजब खेल है भाई। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन हमेशा साफ-सुथरी छवि होने की बात करता है पर होता वही है जो साहेब चाहते हैं। पिछली बार भी साहेब बहुत कुछ चाह रहे थे पर दाल नहीं गली पर इस बार लगता वही हुआ जो वो चाहते थे। तभी तो साहबों ने एक सेलेक्टर को विनती करते हुए कहा था कि 16 आप चुन लीजिए और बाकी छह मैनेजमेंट कोटा के लिए छोड़ दीजिए। इस मैनेजमेंट कोटा के अंदर कई अपनों का उद्धार हो गया। भई अपनों का नाम यहां खेलढाबा.कॉम नहीं बतायेगा क्योंकि इन अपनों को पूरा बिहार क्रिकेट जगत जान रहा है।
पत्रांक नहीं है तब यह लिस्ट गलत है
लिस्ट जब वायरल हुआ तो बीसीए के एक बड़े साहेब ने कहा कि उस पर पत्रांक है क्या। जब पत्रांक नहीं है तो लिस्ट गलत है। जिस लिस्ट को साहेब गलत बता रहे थे उसमें मात्र एक फेरबदल हुआ लिस्ट सही होगा। गजब का खेल! वायरल लिस्ट में वही हस्ताक्षर जो ऑफिसियल लिस्ट में।

संयुक्त सचिव ने हस्ताक्षर करने से किया इनकार
खेलढाबा.कॉम की खबरची ने खबर दी है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के संयुक्त सचिव सह कार्यकारी सचिव कुमार अरविंद भरी मीटिंग से गुस्सा में आग-बबूला होकर निकल गये। उन्होंने कहा कि मैं इस लिस्ट पर किसी भी हाल में हस्ताक्षर नहीं करूंगा। हालांकि इस खबर की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है पर उनके नजदीकियों ने इस पर मुहर लगाई है।

लल्ला के कारण ही बुराई करने वाले तेल मालिश में जुटे थे
अरे भैया ये तो होना ही था। लल्ला के कारण ही हर बार बुराई करने वाले कुछ दिनों ने तेल मालिश करने में जुटे थे। लोगों को ईमानदारी का पाठ-पढ़ाने वाले बिहार क्रिकेट के कर्मयोद्धा के फेसबुक बॉल को नहीं देखा है आपने। साहेब के लिए कैसे-कैसे कसीदे पढ़ रहे थे। शर्म करो कर्मयोद्धा अपनों के लिए दूसरों की रोटी छिनना बंद करो।
लिस्ट को वायरल करने के पीछे भी है राज
क्रिकेट जगत में यह भी चर्चा है कि लिस्ट वायरल कैसे हुआ। सेलेक्टर ने लिस्ट बनाई। उन्होंने इस लिस्ट को बीसीए के किसी पदाधिकारी को दिया होगा। वहां से वायरल किया गया ताकि बीसीए के दूसरे कड़क पदाधिकारी इसमें चेंज नहीं करा पायें।
अपनों के बगावती तेवर
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा लिस्ट के घोषित होने के बाद बीसीए के अपने भी बगावती मूड में आ गए हैं जिसकी झलक आपको सोशल मीडिया पर दिख जायेगी। तरह-तरह के कमेंट किये जा रहे हैं। कुछ कमेंट को खेलढाबा.कॉम आपके सामने लाया है।
खेलढाबा.कॉम इन सारी सामग्रियों को क्रिकेट जगत में हो रही चर्चाओं और सोशल मीडिया पर हो रहे कमेंट को समेट कर आपके सामने प्रस्तुत कर रहा है। खेलढाबा.कॉम इस गपशप की पुष्टि नहीं करता है। साथ ही खेलढाबा.कॉम किसी भी खिलाड़ी की क्षमता या योग्यता पर सवाल नहीं उठाता है पर वह बिना पैरवी वाले खिलाड़ियों की आवाज बनने का हमेशा प्रयास करता रहा है और आगे भी करता रहेगा।






