पटना, 10 सितंबर। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) को शांति पसंद नहीं है, कुछ ऐसा ही लगता है। हमेशा कुछ न कुछ हंगामा होता रहता है। ताजा मामला बीसीए क्रिकेट ऑपरेशन की टीम को लेकर है। खबर है कि क्रिकेट ऑपरेशन टीम ने कार्यालय आना छोड़ दिया है। वजह क्या है खेलढाबा.कॉम आपको विस्तार से बता रहा है। तो चलिए जानते हैं।
यों तो बीसीए के जीएम क्रिकेट ऑपरेशन पिछले दिनों कुछ वजहों से काम पर आने से मना कर दिया था पर किसी उच्च पदाधिकारी के मान-मनोव्वल के बाद उन्होंने कार्यालय आना शुरू किया। उस समय की वजह थी जोनल टीम बनाने के दौरान बीसीए के ही एक स्टॉफ (पर अधिकारी से कम नहीं) द्वारा की गई बदसलुकी। यह स्टॉफ बीसीए अध्यक्ष के करीब माने जाते हैं। ताजा मामला वीमेंस अंडर-19 टीम की लिस्ट को लेकर है।
खबर है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीए) द्वारा आयोजित होने वाले वीमेंस अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में भागीदार होने वाली बिहार टीम के गठन के होने वाले सेलेक्शन ट्रायल सह ट्रेनिंग कैंप के लिए शार्टलिस्ट प्लेयरों की लिस्ट निकाली गई। पहले 37 प्लेयरों का लिस्ट वेबसाइट पर और एक दिन बाद ही उसकी संशोधित लिस्ट भी वेबसाइट पर अपलोड हुई जिसमें खिलाड़ियों की संख्या 40 हो गई।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस लिस्ट को बिना जीएम क्रिकेट ऑपरेशन को दिखाए वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया। दूसरी लिस्ट जो नाम जोड़े गए उसकी जानकारी क्रिकेट ऑपरेशन टीम को नहीं थी। नाम तो सेलेक्टरों ने ही जोड़े थे पर पर किसी के कहने पर।
फिर पड़ताल शुरू तो पता चला कि बड़े साहेब की आड़ में नीचे का स्टॉफ और अधिकारी ये काम कर रहे हैं। यह खेल करने वाले अधिकारी या स्टॉफ यही सोचते है कि बड़े साहेब का नाम ले लेंगे तो कोई कुछ नहीं बोलेगा। बड़े साहेब ने नाम जोड़ने सबंधी किसी तरह के आदेश देने की बात से इंकार कर दिया तब बीसीए में क्रिकेट संचालित करने वालों को लगा कि बेकार का है हमारा काम। जब हमें क्रिकेट से संबंधित कार्यों से ही अलग रखा जा रहा है तो काहे को रहना है और बड़े साहेब समेत क्रिकेटिंग इंचार्ज को अपनी डिमांड बता अवकाश पर चले गए हैं, ऐसी चर्चा बिहार क्रिकेट जगत में जोरो पर है। चर्चा है कि क्रिकेट ऑपरेशन टीम मर्माहत है।
ऐसे खबर यह भी है कि बुधवार को होने वाले मेडिकल टेस्ट के दौरान क्रिकेट ऑपरेशन की टीम काम पर रहेगी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार क्रिकेट ऑपरेशन टीम बीसीए के किसी भी कार्य में रुकाबट नहीं डालते हुए अपना विरोध जता रही। बिहार क्रिकेट जगत में चल रही चर्चाओं से पता चला है कि इन सबों का कहना कि मेरे क्षेत्र का जो काम है वह मुझे करने दिया जाए, हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं।
खेलढाबा.कॉम ने इस संबंध में इसे जुड़े लोगों से बात करनी की कोशिश की पर बात नहीं हो पाई। देखिए मामला कब शांत हो पाता है।