पटना। कोरोना वायरस से फैली वैश्विक महामारी से बचाव के लिए हुए लॉकडाउन में जरुरत मंदों की मदद के लिए आम हो या खास हर कोई अपने-अपने तरीके से मदद करने में जुटा है। इस संकट की घड़ी में खेल जगत की हस्तियों ने अपना हाथ बढ़ाया है। बिहार क्रिकेट जगत की हस्तियां भी अपने-अपने तरीके से मदद करने में जुटे हैं।




रणजी ट्रॉफी क्रिकेट प्रतियोगिता में पिछले दो सत्रों में विपक्षी बल्लेबाजों की हेकड़ी निकाल कर विकेटों की झोली भरने वाले बिहार रणजी टीम के कप्तान आशुतोष अमन भी इस सामाजिक दायित्व का पूरा निर्वहन कर रहे हैं।
उनकी गेंदबाजी के कमाल से अब भी विकेट तो नहीं गिर रहे, लेकिन इस करामात से जरूर कई जरूरतमंदों की मदद पहुंच रही है। बिहार के लिए रणजी ट्रॉफी में कप्तानी करने वाले आशुतोष अमन इन दिनों दिल्ली में हैं और देश को अपनी सेवा दे रहे हैं।
एयरफोर्स में कार्यरत आशुतोष अमन बतौर डिफेंस कर्मी तो सबकी मदद कर ही रहे हैं, निजी तौर पर भी जरूरतमंदों की सेवा में अपना समय दे रहे हैं। कोरोना वायरस के कारण काफी लोगों को मदद की जरूरत है और बिहार के कप्तान इस काम में अपनी तरफ से जो बन पड़ता है, कर रहे हैं।
आशुतोष दिल्ली के पालम स्थित एयरफोर्स में सार्जेंट के रूप में कार्यरत हैं। उन्हें सप्ताह में दो या तीन दिन सरकारी रूप से लोगों की मदद पहुंचाने वाले दल में शामिल होना पड़ता है।
सत्र 2018-19 में 68 विकेट लेकर बिशन सिंह बेदी का एक सत्र में रणजी ट्रॉफी के एक सत्र में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉडॅ अपने करने वाले आशुतोष अमन अपने साथियों के साथ भी निजी तौर पर जरूरतमंदों की मदद पहुंचा रहे हैं। आशुतोष अमन ने खेलढाबा.कॉम को बताया कि आमतौर पर हमलोग आपस में प्रत्येक सप्ताह चंदा जुटाते हैं। इससे फ्लाईओवर, स्टेशन और अन्य जगहों पर मौजूद लोग जिन्हें मदद की जरूरत है, उन्हें हम सब मिलकर बिरयानी से लेकर अन्य सामान दे रहे हैं। इसमें कच्चा और पक्का सब शामिल हैं।
रणजी सत्र में फरवरी में खत्म होने के बाद से ही आशुतोष एयरफोर्स में सेवा दे रहे हैं। उन्होंने पीएम केयर्स फंड में पिछले माह एक दिन का वेतन दिया था। इस माह भी आशुतोष ऐसा ही करने वाले हैं।