पटना। मंगलवार का दिन बिहार के कई खिलाड़ियों के लिए मंगलकारी साबित हुआ और कईयों के लिए अमंगलकारी बना। आज मंगलवार को अपराह्न 03 बजकर 15 मिनट पर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए BCA) ने कई खिलाड़ियों के लिए अमृत की वर्षा की वहीं कईयों खिलाड़ियों को बीसीए का विष पीने के लिए मजबूर होना पड़ा।
बिहार अंडर-25 पुरुष क्रिकेट टीम की घोषणा के बाद कई खिलाड़ियों के घर में होली के रंग तेज हो गए हैं और कईयों के घर होली फीकी पड़ गई है। जिला संघों के मागर्दशक व पदाधिकारी अपने-अपने चयनित खिलाड़ियों को मुंह मीठा कर उनका हौसला अफजाई कर रहे हैं तो कई जिला संघों के पदाधिकारी सोशल मीडिया पर टीम के बाद मचे बवाल पर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। जिला संघों के पदाधिकारी टीम के चयनकर्ता को जूते की माला पहनाने की बात कर रहे हैं।
एक क्रिकेटर जो पेशे से अधिवक्ता ने अपने फेसबुक वॉल पर एक पोस्ट कर डाल कर सवाल किया है कि मेरा चयन अंडर-25 राज्य टीम में क्यों नहीं किया गया है ? चयन को लेकर इस खिलाड़ी ने टीम के चयनकर्ताओं एवं बीसीए के सदस्यों को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि चयन से संबंधित मेरा प्रश्न न्यायोचित है और 24 घंटे के अंदर बीसीए सार्वजनिक या व्यक्तिगत रूप से मेरे प्रश्न का उत्तर दे।
अंडर-25 की टीम में चयनित न होने वाले इस खिलाड़ी ने कानूनी कार्रवाई करने तक की बात की है। इसके साथ ही अपनी ओर से सभी आवश्यक सबूत पेश करने का जिक्र करते हुए टीम चयन पर सवाल उठाया है। ऐसे में बीसीए की चुप्पी खिलाड़ियों के भविष्य एवं बिहार क्रिकेट की प्रगति में अवरोधक जैसा प्रतीत होता है।