नई दिल्ली, 21 सितंबर। भारत के क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (BCCI) के अगले अध्यक्ष पद को लेकर लंबे समय से अटकलें चल रही थीं। इसी बीच पूर्व दिल्ली क्रिकेटर मिथुन मान्हास ने रविवार को अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल कर इसे और स्पष्ट कर दिया। माना जा रहा है कि वे निर्विरोध इस पद पर आसीन हो सकते हैं।
पूर्व भारत टेस्ट खिलाड़ी रघुराम भट्ट भी अध्यक्ष पद के लिए दावेदार थे, लेकिन अंतिम समय में उन्हें कोषाध्यक्ष का पद स्वीकार करना पड़ा। भट्ट ने नामांकन पत्र दाखिल कर भारतीय क्रिकेट और BCCI के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई।
सचिव और संयुक्त सचिव पदों के लिए देवजित सैकिया और प्रभतेज भाटिया ने नामांकन दाखिल किया। वर्तमान संयुक्त सचिव रोहन देसाई को गोवा क्रिकेट एसोसिएशन में अपनी पक्ष की हार के कारण पद जारी रखने का मौका नहीं मिला, और उनका स्थान भाटिया ने संभाला।
आईपीएल चेयरमैन अरुण धूमल की स्थिति पहले अनिश्चित थी, लेकिन कानूनी सलाह के बाद उन्हें जारी रहने की अनुमति मिली।
मिथुन मान्हास ने 1998 से 2016 तक 18 साल के घरेलू करियर में 157 प्रथम श्रेणी मैच खेले। वे जम्मू-कश्मीर क्रिकेट एसोसिएशन (JKCA) के प्रशासक भी रह चुके हैं। उनके नामांकन को JKCA ने 28 सितम्बर को होने वाले BCCI चुनाव और वार्षिक आम बैठक (AGM) के लिए समर्थन दिया।
शनिवार रात को केंद्रीय मंत्री के आवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक में BCCI के कई वरिष्ठ अधिकारी और दावेदार शामिल हुए। बैठक में निरंजन शाह, कासी विश्वनाथन और बृजेश पटेल जैसे वरिष्ठ सदस्य भी उपस्थित रहे।
मिथुन मान्हास का चयन एक आश्चर्यजनक विकल्प के रूप में देखा जा रहा है, क्योंकि सौरव गांगुली और हरभजन सिंह का नाम अंतिम समय तक चर्चा में था।