नयी दिल्ली, 17 अप्रैल। भारतीय क्रिकेट जगत से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। खबर है कि भारतीय क्रिकेट टीम के सहायक कोच अभिषेक नायर को सहयोगी स्टाफ के एक हाई-प्रोफाइल सदस्य के साथ अनबन की अटकलों के बीच सिर्फ आठ महीने बाद ही पद से हटा दिया गया है पर वजह दूसरी बताई जा रही है। बीसीसीआई की ओर से कहा गया है कि इसका कारण न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में हार है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के सूत्रों की मानें तो नायर को सहयोगी स्टाफ से हटाने के बीसीसीआई के फैसले के बारे में पहले ही सूचित कर दिया गया है।
सूत्रों के अनुसार भारत की टेस्ट क्रिकेट में हाल की हार (न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) के बाद सहयोगी स्टाफ को लेकर मंथन चल रहा था लेकिन बीसीसीआई में यह भी महसूस हो रहा है कि सहयोगी स्टाफ के एक महत्वपूर्ण सदस्य और एक वरिष्ठ स्टार खिलाड़ी के बीच की लड़ाई में नायर बलि का बकरा बन गए।’’
फील्डिंग कोच टी दिलीप और स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग कोच सोहम देसाई का भी अपने-अपने पदों पर तीन साल से अधिक समय पूरा करने के बाद बाहर होना तय है क्योंकि बीसीसीआई की नई मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) ने सहयोगी स्टाफ का कार्यकाल तीन साल तक सीमित कर दिया है।
पता चला है कि भारत के पहले स्ट्रेंथ एवं कंडीशनिंग कोच एड्रियन ले रॉक्स के दूसरे कार्यकाल के लिए लौटने की संभावना है। विश्व कप 2003 के दौरान तत्कालीन सौरव गांगुली की अगुवाई वाली भारतीय टीम में एक नई फिटनेस संस्कृति की शुरुआत करने के लिए दक्षिण अफ्रीका के इस कोच को बहुत श्रेय दिया जाता है।
बीसीसीआई सचिव देवजीत सैकिया ने इस खबर को लेकर न हां कही और ना ही ना।
सैकिया ने अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कुछ चीजों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आपको कुछ दिनों में इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा।
अभिषेक नायर ने इस मुद्दे पर कोई जवाब नहीं दिया है।
पता चला है कि सितांशु कोटक को अतिरिक्त बल्लेबाजी कोच के रूप में भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ में शामिल किए जाने के बाद से ही नायर को हटाने की योजना थी।
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