लंबी कूद के खिलाड़ी मुरली श्रीशंकर रविवार को यहां विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप के दूसरे दिन फाइनल में उम्मीद पर खरे नहीं उतर पाए और फाइनल में सातवें स्थान पर रहे।
विश्व चैंपियनशिप में लंबी कूद के फाइनल में जगह बनाने वाले पहले पुरुष भारतीय एथलीट श्रीशंकर ने इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में एतिहासिक पदक की उम्मीद जगाई थी। फाइनल में उनका प्रदर्शन हालांकि 8.36 मीटर के उनके सत्र के और निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी कम रहा।
श्रीशंकर ने तीन वैध कूद लगाई। उन्होंने पहले प्रयास में 7.96 मीटर की दूरी तय की जबकि उनका चौथा प्रयास 7.79 मीटर का था। इस भारतीय खिलाड़ी ने अपने अंतिम प्रयास में 7.83 मीटर की कूद लगाई। उनके तीन प्रयास फाउल रहे।
तेइस साल के श्रीशंकर को अपने इस प्रयास से निराशा होगी क्योंकि वह छह प्रयास में आठ मीटर की दूरी पार करने में नाकाम रहे। शनिवार को क्वालीफिकेशन दौर में उन्होंने आठ मीटर के प्रयास के साथ ही फाइनल में जगह बनाई थी। वह ग्रुप बी में दूसरे और कुल सातवें स्थान पर रहे थे।
भारतीयों से जुड़ी अन्य प्रतियोगिताओं में पारूल चौधरी ने महिला तीन हजार मीटर स्टीपलचेज में नौ मिनट 38.09 सेकेंड का अपना निजी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया। वह हीट नंबर दो में 12वें और कुल 31वें स्थान पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहीं।
पुरुष 400 मीटर बाधा दौड़ में एमपी जाबिर भी सेमीफाइनल में जगह बनाने में नाकाम रहे। वह हीट दो में 50.76 सेकेंड के प्रयास के साथ सातवें और अंतिम स्थान पर रहे। वह पांच हीट में कुल 31वें स्थान पर रहे।