पुणे। कोल्हापुर के एक दुकान मालिक के बेटे विजय हजारे, जिन्हें अल्टीमेट खो-खो के उद्घाटन सीजन के लिए मुंबई खिलाड़ीज टीम का कप्तान बनाया गया है, ने अपनी व्यक्तिगत यात्रा के अलावा टूर्नामेंट के लिए टीम की महत्वाकांक्षाओं को लेकर खुलकर बात की।
विजय ने कहा कि मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता कि अल्टीमेट खो-खो के पहले ही सीजन में मैं मुंबई खिलाड़ीज टीम का नेतृत्व करते हुए कैसा महसूस कर रहा हूं। मेरी मां खो-खो खेलती थीं, लेकिन कई तरह की बाधाओं के कारण वह इसे कैरियर के तौर पर नहीं अपना सकीं। मैं उनके सपने को पूरा करना चाहता हूं और उच्चतम स्तर पर खो-खो खेलना चाहता हूं। मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि वह मेरे खेल का ठीक उसी तरह आनंद उठाएं, मानों वह खुद मैट पर हों।
रेलवे के लिए काम करने वाले 26 वर्षीय हजारे ने आगे कहा, ”मेरा सफर कठिन रहा है। मेरे पिता की पान की दुकान है, इसलिए वित्तीय चुनौतियां थीं। लेकिन मेरे परिवार ने हमेशा मेरा समर्थन किया है और उनकी वजह से ही मैं आज यहां हूं। मुझे खुशी है कि मैं अपने जुनून का पालन करते हुए अपने पिता और परिवार का सहयोग करने में सक्षम हूं।
14 अगस्त से शुरू होने वाले टूर्नामेंट से पहले टीम के माहौल के बारे में विजय ने कहा, ”टीम बहुत अच्छे से और प्रगतिशील तरीके से आगे जा रही है। एक कप्तान के तौर पर मैं सभी से बात करता हूं और उन चुनौतियों को समझने की कोशिश करता हूं, जिनका वे सामना कर रहे हैं। टीम के बीच की बॉन्डिंग वास्तव में अच्छी है और हम मैट पर उतरने और अपना सर्वश्रेष्ठ देने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।
हेड कोच राजेंद्र सप्ते और सहायक कोच शोभी आर. के मातहत प्रशिक्षण के अनुभव के बारे में विजय ने कहा कि मेरा मानना है कि हमारे मुख्य कोच राजेंद्र सप्ते सर और सहायक कोच शोभी सर तकनीकी मोर्चे पर और साथ ही अन्य विभागों में खिलाड़ियों को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वे सुनिश्चित करते हैं कि खिलाड़ी मैच के दौरान अपनी भूमिकाओं को समझें और यह भी सुनिश्चित करें कि हम अभ्यास के दौरान काम्बीनेशन का बार-बार का पालन करें। वे सुनिश्चित करते हैं कि हमें मैदान के बाहर भी किसी भी कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। इस लिहाज से हम सभी के लिए अब तक का अनुभव यह बहुत अच्छा रहा है।
हजारे ने यह भी बताया कि कैसे टीम के मालिक पुनीत बालन, जान्हवी धारीवाल बालन और बॉलीवुड रैपर बादशाह खिलाड़ियों का समर्थन और हौसला अफजाई कर रहे हैं। हजारे ने कहा, ”खेल उत्साही होने के नाते पुनीत सर टीम के बारे में रियल-टाइम अपडेट लेते हैं। वह सुनिश्चित करते हैं कि हम खुश रहें और साथ ही हम सुधार करते रहें। हमारे मालिक पुनीत सर, बादशाह और जान्हवी मैम और हमारे सीईओ मधुकर सर, सभी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि खो-खो का खेल देश के अधिकतर खिलाड़ियों तक पहुंचे। हमारा स्कूल आउटरीच कार्यक्रम हमारी पहली पहल थी और हमने पुणे में ट्रेनिंग का नेतृत्व करते हुए वास्तव में अच्छा महसूस किया। मुंबई खिलाड़ीज 14 अगस्त को पुणे के बालेवाड़ी स्टेडियम में अल्टीमेट खो खो के पहले सीजन के अपने पहले मैच में गुजरात जायंट्स से भिड़ेंगे।