टोक्यो। अपना चौथा ओलंपिक खेल रहे 39 वर्षीय शरत ने तीसरे दौर के इस मैच में अपने मजबूत प्रतिद्वंद्वी को पहले तीन गेम में कड़ी चुनौती दी लेकिन आखिर में उन्हें 46 मिनट तक चले मैच में 7-11, 11-8, 11-13, 4-11, 4-11 से हार का सामना करना पड़ा।
शरत और मनिका बत्रा दोनों पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने तीसरे दौर में प्रवेश किया। जी साथियान और सुतिर्था मुखर्जी हालांकि दूसरे दौर से आगे नहीं बढ़ पाये। मिश्रित युगल में शरत और मनिका को पदक का दावेदार माना जा रहा था लेकिन उसमें और पुरुष एकल में यदि ड्रॉ आसान होता तो परिणाम अलग हो सकते थे।
चीन के दिग्गज खिलाड़ी के खिलाफ राउंड आफ 32 मुकाबले में प्रदर्शन से शरत को यकीन हो गया है कि वह पेरिस ओलंपिक में भी हिस्सा ले पाएंगे जो ‘सिर्फ’ तीन साल दूर हैं।
शरत ने लांग के खिलाफ पहले तीन गेम के संदर्भ में मैच के बाद पीटीआई से कहा कि यह सर्वश्रेष्ठ तीन गेम थे और मैं जितना भी खेला हूं उनमें संभवत: सर्वश्रेष्ठ मैच और सर्वश्रेष्ठ टूर्नामेंट था। चीनी खिलाड़ी ने भी स्वीकार किया कि शरत ने उनके लिये मुकाबला कड़ा बना दिया था।