पटना, 24 मई। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) के अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी ने पुष्टि की है कि मोइन उल हक स्टेडियम का पुनर्निर्माण कार्य इस साल सितंबर में शुरू होगा। बीसीए का मुख्य लक्ष्य इसे शीर्ष स्तर का स्टेडियम बनाना है।
मार्च 2024 में बिहार सरकार ने मोइनुल हक स्टेडियम बीसीसीआई/बीसीए को लम्बे समय के लिए पट्टे पर देने का निर्णय दिया है। यह स्टेडियम वर्तमान में बिहार क्रिकेट टीम के लिए घरेलू मैदान के रूप में कार्य करता है और 1969 में अपनी स्थापना के बाद से नौ अंतरराष्ट्रीय मैचों का स्थल रहा है।
लोकसभा चुनाव 2024 के समापन के बाद क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर के लिए मार्ग प्रशस्त करने वाले समझौते के कागजात / एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, जिसमें मुख्य रूप से मानक आकार के दो क्रिकेट मैदान शामिल होंगे। पहला मुख्य स्टेडियम होगा और दूसरा बोर्ड मैचों और अन्य मैचों की सुविधा के लिए होगा।
श्री तिवारी ने एक बयान में कहा कि हम लोकसभा चुनाव 2024 के समापन के बाद इस पर काम करना शुरू कर देंगे और स्टेडियम के सुधार का काम इस साल सितंबर में शुरू हो जाएगा। यह बिहार में क्रिकेट के लिए एक बड़ा कदम है और स्टेडियम की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हम सावधानीपूर्वक योजना बनाएंगे। हम इसे शीर्ष स्तर का स्टेडियम बनाने के लिए काम करेंगे क्योंकि हमारा लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि सुधार सुचारू रूप से हो।
बीसीए अध्यक्ष ने यह भी बताया कि मोइनुल हक स्टेडियम के पुनर्निर्माण कार्य को पूरा होने में लगभग डेढ़ साल लगेंगे। उन्होंने कहा “हमारा अनुमान है कि निर्माण और सुधार प्रक्रिया को पूरा होने में लगभग डेढ़ साल लगेंगे, जिससे यह सुनिश्चित होगा कि हम बिहार में क्रिकेट प्रेमियों को एक आधुनिक स्पोर्ट्स हब प्रदान करेंगे।”
क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर में सबसे उन्नत तकनीक वाला क्लब हाउस, कॉर्पोरेट बॉक्स और हॉस्पिटैलिटी लाउंज होगा। मुख्य स्टेडियम में बीसीसीआई अध्यक्ष/सेक्रेटरी बॉक्स, मेम्बर्स गैलरी, जनरल गैलरी और 40 से 50 हजार दर्शकों के बैठने के लिए स्टैंड्स होंगे। इसके अलावा कैंटीन और पांच सितारा सुविधाओं वाले 50 से 60 कमरे भी होंगे।
इस बीच, बिहार में चल रहे बीसीए सीनियर सुपर लीग और महिला घरेलू टूर्नामेंट के दौरान युवा खिलाड़ी सबसे आगे रहे हैं। जिस तरह से युवा खिलाड़ी घरेलू टूर्नामेंटों में अपने कौशल का प्रदर्शन कर रहे हैं, उससे श्री राकेश तिवारी खुश हैं।
श्री तिवारी का कहना है “मुझे बिहार में क्रिकेट के विकास पर अविश्वसनीय रूप से गर्व है और विभिन्न इंटर-डिस्ट्रिक्ट और घरेलू टूर्नामेंटों में भाग लेने वाले हमारे युवा खिलाड़ियों के उत्साह को देखकर खुशी होती है। इन प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए मेरा संदेश सरल है कि आप समर्पित रहें, अपने कौशल को निखारें, निरंतर जुनून और ईमानदारी के साथ खेलें।”