35 C
Patna
Saturday, July 27, 2024

सरोजनी लकड़ा : बेहतरीन एथलीट से लेकर खेल प्राधिकरण के निदेशक तक का सफर

रांची। श्रीमती सरोजिनी लकड़ा झारखंड खेल प्राधिकरण की नयी निदेशक बनी हैं। इनके नाम कई उपलब्धियां हैं, जो झारखंड के साथ देश को भी गौरवान्वित करता है। वर्तमान में श्रीमती लकड़ा अपर पुलिस अधीक्षक, संचार एवं तकनीकी सेवाएं, पुलिस वायरलेस मुख्यालय झारखंड, रांची में पदसथापित हैं तथा डाटा सेंटर, झारखंड पुलिस मुख्यालय, रांची में अतिरिक्त कार्य कर रही हैं।

पूर्व में पुलिस उपाधीक्षक/ वरीय पुलिस उपाधीक्षक के पद में रहते हुए सीआईडी, जैप-10, एसीबी, महामहिम राज्यपाल, राजभवन झारखणड, रांची में सुरक्षा पदाधिकारी के पद पर प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत थी. इन पदों पर लगन एवं निष्ठापूर्वक कार्य करते हुए वरीय पुलिस अधिकारियों द्वारा उन्हें पुलिस कार्य के लिए सराहना दी जाती रही हैं।

स्कूल स्तर पर पढ़ाई और खेल कैरियर की शुरुआत
उन्होंने स्कूल स्तर पर अपने पढ़ाई और खेल कैरियर की शुरुआत एवं बालिका एथलेटिक्स सेंटर (खेल विभाग, पहले बिहार द्वारा संचालित) संत टेरेसा गर्ल्स हाई स्कूल, महुआडांड़ (लातेहार) से वर्ष 1985 में मैट्रिक और वर्ष 1987 में संत जोसेफ +2 स्कूल महुँआडॉंड़ (लातेहार) से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पास की। उसके बाद वह स्पोर्ट्स कोटा में बिहार पुलिस में योगदान दी। एक अच्छी एथलीट होने के नाते, हेप्टाथलॉन में राष्ट्रीय पदक विजेता, और विशेष रूप से 100 मीटर बाधा दौड़ पदक प्राप्त किया।इस प्रकार उनका खेल कैरियर वर्ष 1983-1994 तक सफर रहा, जहां उन्होंने कई पदक दिये।

जर्मनी से जर्मन भाषा में स्पोर्ट्स साइंस की पढ़ाई की
पुलिस विभाग में कार्य करते हुए वर्ष 1991 में इन्होंने बैचलर ऑफ आर्ट्स (हिस्ट्री हॉर्स) की पढ़ाई रांची यूनिवर्सिटी से पास किया। इसके अलावे आदेश के आलोक में वर्ष 1993-94 में एन०आई०एस० (एथलेटिक्स) डिप्लोमा राष्ट्रीय खेल संस्थान, सॉलट लेक सिटी, कोलकाता (प० बंगाल) से पढ़ाई की. वर्ष 2002-03 में, जोहानेस गुरेनबर्ग विश्वविद्यालय, मेंज, जर्मनी से जर्मन भाषा में स्पोर्ट्स साइंस (एथलेटिक्स कोचिंग में एडवांस) पढ़ाई की। उनहोंने वर्ष 2016-18 में ओलंपिक अध्ययन सेंटर, जर्मन खेल विश्वविद्यालय, कोलोन, जर्मनी से 5वें इंटेक, अंतर्राष्ट्रीय पार्ट टाईम ओलंपिक स्टडीज में भाग लिया था, जिसका संचालन अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति, लुसाने, स्विट्जरलैंड द्वारा किया जाता है।

जर्मनी और फ्रांस में यूरोपीय खेल विश्वविद्यालयों का दौरा किया

वर्ष 2008 में उन्हें उप-निदेशक, खेल और शारीरिक शिक्षा, जनजातीय क्षेत्र के रूप में प्रतिनियुक्ति पर काम किया था और वर्ष 2012 में कार्यकारी निदेशक रअखऌअ, कला, संस्कृति, खेल और युवा विभाग, झारखंड सरकार (भारत) में अतिरिक्त प्रभार के रूप में भी कार्य किया।

34वें राष्ट्रीय खेल सफलतापूर्वक आयोजन के उपराँत राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के मद्देनजर पूर्व उप-मुख्यमंत्री सह खेल मंत्री, झारखंड सरकार के नेतृत्व में पांच सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के साथ जर्मनी और फ्रांस में यूरोपीय खेल विश्वविद्यालयों का दौरा किया था, जहां वह भी एक खेल विशेषज्ञ के रूप में उस टीम के सदस्य में शामिल थी। जर्मन खेल विश्वविद्यालय, कोलोन और जोहानस गुटेनबर्ग विश्वविद्यालय मेंज, (जर्मनी) और खेल, विशेषज्ञता और शारीरिक शिक्षा संस्थान फ्रांस का भ्रमण किया गया। राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय (एनएसयू) की स्थापना में मदद के लिये भारतीय प्रतिनिधिमंडल द्वारा एक महत्वपूर्ण अध्ययन रिपोर्ट भी झारखणड सरकार को सौंपा गया।

पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान को झारखंड में लागू कराने में बड़ा योगदान
राज्य के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में स्कूली बालक और बालिकाओं के लिए कई खेल योजनाएं लागू कराने में झारखंड सरकार का सहयोग की। वर्ष 2009 में युवा और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, के पंचायत युवा क्रीड़ा और खेल अभियान को झारखंड में लागू कराने में सराहना पूर्ण कार्य किया।

खेल विभाग में कार्य करते हुए विभिन्न राष्ट्रीय स्पोटर्स चैम्पियनशिप एवं अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं के आयोजन में सफलतापूर्वक नेतृत्व किया गया. विभिन्न जिÞला के स्कूलों में खेल प्रशिक्षण केन्द्रों की स्थापना, खेल नीति, खिलाड़ियों के लिये छात्रवृति/ पुरस्कार योजनाएँ, खेल किट उपलब्ध कराना, राष्ट्रीय खेल विश्वविद्यालय (एनएसयू) की स्थापना इत्यादि जैसे कई महत्वपूर्ण कार्यों में झारखंड सरकार को सहयोग प्रदान की।

Related Articles

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisement -spot_img

Latest Articles

error: Content is protected !!
Verified by MonsterInsights