फुटबॉल कौशल का शानदार प्रदर्शन करते हुए मणिपुर ने संतोष ट्रॉफी के लिए राष्ट्रीय फुटबॉल चैंपियनशिप में मिजोरम के खिलाफ 4-1 से निर्णायक जीत हासिल की और क्वार्टर फाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली। युपिया, अरुणाचल प्रदेश में आयोजित इस मैच में मणिपुर के फिलम सनाथोई मीतेई, लीमाजम संगकर सिंह और पेबम रेनेडी सिंह ने महत्वपूर्ण गोल किए, जिससे उनकी टीम चार मैचों में 10 अंकों के साथ ग्रुप बी में शीर्ष पर पहुंच गई। मिजोरम के मालसावमजुआला त्लांगटे सांत्वना गोल करने में सफल रहे, लेकिन यह मणिपुर की गति को रोकने के लिए पर्याप्त नहीं था।
प्रमुख प्रदर्शनों ने मणिपुर को जीत दिलाई
मैच में मणिपुर की सफलता कई खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन रही। फिलम सनाथोई मीतेई विशेष रूप से प्रभावशाली रहे, उन्होंने 35वें और 90वें मिनट में महत्वपूर्ण क्षणों में अपनी टीम के लिए दो गोल किए। खेल की शुरुआत में लीमाजम संगकर सिंह ने 8वें मिनट में एक गोल करके मैच की शुरुआत की, जबकि स्थानापन्न खिलाड़ी पेबम रेनेडी सिंह ने 56वें मिनट में एक गोल करके मणिपुर की बढ़त को और मजबूत कर दिया। इन उपलब्धियों ने टीम की एकजुट रणनीति और मैदान पर कुशल क्रियान्वयन को रेखांकित किया, जिससे उनके अभियान में एक महत्वपूर्ण जीत हासिल हुई।
क्वार्टरफाइनल के लिए मिजोरम की कठिन लड़ाई
जहां मणिपुर अपनी जीत का जश्न मना रहा है, वहीं मिजोरम को आगे एक चुनौतीपूर्ण राह का सामना करना पड़ रहा है। ग्रुप बी में अपनी स्थिति सुधारने के लिए रेलवे के खिलाफ उनका अगला मैच महत्वपूर्ण है। मिजोरम को जीत सुनिश्चित करने के लिए अपने सभी कौशल और दृढ़ संकल्प का उपयोग करने की आवश्यकता होगी, क्योंकि रेलवे भी गत चैंपियन कर्नाटक पर 1-0 की जीत के बाद क्वार्टर फाइनल में जगह बनाना चाहता है।
ग्रुप बी में रेलवे की रणनीतिक स्थिति
कर्नाटक के खिलाफ रेलवे की हालिया जीत ने उन्हें चार मैचों में सात अंकों के साथ ग्रुप बी में मजबूत स्थिति में ला दिया है। मिजोरम के खिलाफ उनके अगले गेम में ड्रा क्वार्टर फाइनल में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त हो सकता है।