पटना। आप लाख परफॉरमेंस कर लें पर टीम में जगह बनाने के लिए आपको मशक्कत करनी पड़ेगी। हर हाल है बिहार क्रिकेट एसोसिएशन। जब भी कैंप के लिए प्लेयरों की लिस्ट जारी होती तो परफॉर्मर को ही नजरअंदाज कर दिया जा रहा है।
विजय हजारे ट्रॉफी में लंबी लिस्ट जारी हुई पर इस साल हेमन ट्रॉफी बेहतर करने वाले खिलाड़ी इस लिस्ट में शामिल नहीं हो पाये और अब जब अंडर-19 की लिस्ट जारी हुई रणधीर वर्मा अंडर-19 क्रिकेट टूर्नामेंट में टॉप परफॉर्मर लिस्ट में नहीं दिख रहे हैं। गेंदबाजी में कुल 32 विकेट चटकाने वाले खगड़िया के कुंदन कुमार और सबसे ज्यादा 411 रन बनाने वाले खगड़िया के बलविंदर सिंह इस लिस्ट से गायब हैं।
बात यही नहीं खत्म होती है। खगड़िया टीम चैंपियन हुई उसके भी चार प्लेयर सेलेक्शन ट्रायल वाले कैंप में और जो टीम पहले ही राउंड में बाहर हो गई, उसके भी चार प्लेयर कैंप में। लोगों की शिकायत है कि चैंपियन होने का क्या फायदा।
जब कोटा सिस्टम से ही सब कुछ होना है तो मैच कराने का कोई तुक नहीं है। जिला संघ के सचिव व अध्यक्षों से ही लिस्ट मांग कर काम चलाना तो मैच कराना बेकारा। लोगों का कहना है कि बिहार क्रिकेट एसोसिएशन अपने टूर्नामेंट का खाता-बही रखता नहीं है तभी तो ऐसी शिकायत आती है।