मंगलवार को पेरिस 2024 पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी63 स्पर्धा में बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के रहने वाले शरद कुमार ने रजत पदक जीता।
शरद ने टी42 श्रेणी में मरियप्पन का पैरालंपिक रिकॉर्ड भी तोड़ा। उन्होंने टोक्यो 2020 में मरियप्पन के 1.86 मीटर के रिकॉर्ड को पार करने के लिए अपने दूसरे प्रयास में 1.88 मीटर पर निर्धारित बार को पार किया। इस प्रक्रिया में शरद ने पिछले संस्करण में कांस्य पदक जीतने के बाद अपना दूसरा सीधा पैरालंपिक पदक भी जीता।
हालांकि, शरद 1.91 मीटर पार करने में विफल रहे। फिर उन्होंने बार को 1.94 मीटर तक बढ़ाया और दो और प्रयास विफल रहे। टी63 श्रेणी में विश्व रिकॉर्ड धारक यूएसए के एज्रा फ्रेच ने 1.94 मीटर के नए पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक जीता।
इस स्पर्धा में खेल रहे बिहार के जमुई जिला के रहने वाले शैलेश कुमार ने अपना बेस्ट परफॉरमेंस दिया। शैलेश कुमार ने 1.85 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ टी63 पुरुष ऊंची कूद में चौथा स्थान प्राप्त किया। एशियाई पैरा खेलों के स्वर्ण पदक विजेता शैलेश कुमार कांस्य पदक जीतने वाले भारत के ही मरियप्पन के साथ बराबरी पर थे, लेकिन काउंटबैक में चौथे स्थान पर रहे। शैलेश कुमार का यह पहला पैरालिंक गेम्स है।
मरियप्पन थंगावेलु का यह तीसरा ओलंपिक पदक है। इसके 2016 में रियो डी जेनेरियो में स्वर्ण और टोक्यो में रजत जीतने वाले मरियप्पन 1.88 मीटर पर तीन असफल प्रयासों से पहले 1.85 मीटर तक ही बार पार कर सके।