फ्रांस में ओलिंपिक गेम्स की ओपनिंग समारोह से करीब 10 घंटे पहले शुक्रवार सुबह 5 बजकर 15 मिनट पर ट्रेन नेटवर्क पर हमला हुआ। कई रेलवे लाइनों पर तोड़फोड़ की गई और तारों को जला दिया गया। रेलवे लाइनों पर हमला किसने और क्यों किया इसकी जानकारी अब तक सामने नहीं आई है।
फ्रांस की नेशनल रेलवे कंपनी SNCF के मुताबिक, हमले के आधे घंटे के अंदर पेरिस से आने-जाने वाली कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। कई ट्रेनें 90 मिनट तक देरी से चल रही हैं। हमले की वजह से आज करीब ढाई लाख यात्री प्रभावित हुए हैं। जबकि इस पूरे हफ्ते तक (28 जुलाई) करीब 8 लाख लोगों पर असर पड़ सकता है।
वहीं, PM गेब्रियल अट्टल ने हमले को ओलिंपिक में बाधा डालने की साजिश बताया है। पेरिस में रात 11 बजे ओलिंपिक गेम्स की ओपनिंग सेरेमनी है। इसका आयोजन 26 जुलाई से लेकर 11 अगस्त तक किया जाएगा। खेलों के इस महाकुंभ में 206 देशों 10 हजार 500 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। भारत के 117 खिलाड़ी फ्रांस गए हैं।
पेरिस के गारे डू नॉर्ड स्टेशन पर प्रतीक्षा कर रही 42 वर्षीय यात्री सारा मोसली ने कहा कि यह ओलंपिक होने से पहले भयानक घटना है। जब उसे पता चला कि लंदन जाने वाली उसकी ट्रेन रेल अव्यवस्था के कारण देरी से चल रही है। पेरिस के अधिकारी सीन नदी पर और उसके किनारे एक शानदार परेड के लिए तैयार थे, तभी अटलांटिक, नॉर्ड और इस्ट की हाई-स्पीड लाइनों पर पटरियों के पास तीन आग लगने की सूचना मिली, जिससे व्यवधान हुआ और सैकड़ों हजारों यात्री प्रभावित हुए।
इसे भी पढ़ें Paris Olympic 2024 : न्यूजीलैंड के खिलाफ मैच से भारतीय हॉकी टीम का आगाज
जर्मन समाचार एजेंसी डीपीए की रिपोर्ट के अनुसार, इनमें शोजंपिंग के दो जर्मन एथलीट भी शामिल थे, जो उद्घाटन समारोह में भाग लेने के लिए पेरिस जाने वाली ट्रेन में सवार थे, लेकिन उन्हें बेल्जियम में ही लॉकडाउन के कारण वापस लौटना पड़ा और अब वे समारोह में शामिल नहीं हो पाएंगे।