कोलंबो, 23 जुलाई (वार्ता) पाकिस्तान-ए ने पुरुष इमर्जिंग एशिया कप 2023 के फाइनल में रविवार को भारत-ए को 128 रन से रौंदकर लगातार दूसरी बार यह खिताब जीत लिया।
गत चैंपियन पाकिस्तान-ए ने तैयब ताहिर (71 गेंद, 108 रन) के आतिशी शतक के दम पर भारत-ए के सामने 353 रन का विशालकाय लक्ष्य रखा। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने सुफियान मुक़ीम (66/3) की अगुवाई में भारत-ए को 224 रन पर ऑलआउट कर उसे 10 साल बाद चैंपियन बनने से रोक दिया।
सैम अय्यूब (51 गेंद, 59 रन) और साहिबज़ादा फ़रहान (62 गेंद, 65 रन) के अर्द्धशतकों के बावजूद पाकिस्तान-ए 187/5 के स्कोर पर संघर्ष कर रही थी, जिसके बाद ताहिर ने शतक जड़कर टीम को 352 रन के स्कोर तक पहुंचाया।
भारत-ए ने इसके जवाब में अच्छी शुरुआत की, लेकिन स्पिनरों के आगे मध्यक्रम की असफलता टीम पर भारी पड़ी। भारतीय टीम देखते ही देखते 132/2 से 194/8 पर पहुंच गयी। पुछल्ले बल्लेबाजों ने विकेट पर कुछ समय बिताया लेकिन वह सिर्फ हार के अंतर को ही कम कर सके।
पाकिस्तान-ए ने 2019 में पहली बार चैंपियन बनने के बाद दूसरी बार यह खिताब जीता है। साल 2013 में चैंपियन बनने वाली भारतीय टीम पांच में से दो आयोजनों में उपविजेता रही है।
पाकिस्तान-ए द्वारा दिये गये 353 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत-ए की शुरुआत तेज़ रही थी। भारत-ए छह ओवर में 56 रन बनाकर अच्छी लय में दिख रहा था जिसके बाद पाकिस्तान-ए ने रनगति पर लगाम कसना शुरू की। अगले दो ओवरों में सिर्फ छह रन आए और साई सुदर्शन (28 गेंद, चार चौके, 29 रन) दबाव में आकर नौंवे ओवर में आउट हो गये।
क्रीज पर 15 गेंदें बिताने के बाद निकिन होज़े 11 रन बनाकर मोहम्मद वसीम जूनियर का शिकार हुए। शुरुआती झटकों के बाद भारत की क्षीण होती जीत की संभावनाओं को अभिषेक शर्मा ने बरकरार रखा। अभिषेक ने 44 गेंद में अपना अर्द्धशतक पूरा करते हुए यश ढुल के साथ 52 रन की साझेदारी की।
अभिषेक-ढुल की जोड़ी भारत की जीत के लिये निर्णायक साबित हो सकती थी। वामहस्त स्पिनर सुफियान मुक़ीम ने दोनों के विकेट लेकर भारत को करारा झटका दिया। अभिषेक ने 51 गेंद पर पांच चौकों और एक छक्के की सहायता से 61 रन बनाये, जबकि ढुल ने 41 गेंद पर चार चौके लगाकर 39 रन की पारी खेली।
मुबश्शिर खान ने इस बीच निशांत सिंधु को पवेलियन लौटाया, जबकि मेहरान मुमताज़ ने ध्रुव जुरेल और रियान पराग के रूप में भारत के आखिरी बल्लेबाजों को आउट कर दिया। सुफियान ने अपना स्पेल समाप्त होने से पहले हर्षित राणा (13) का भी विकेट चटकाया।
राजवर्धन हांगरगेकर (11), मानव सुथर (सात नाबाद) और युवराज सिंह डोडिया ने पिच पर समय ज़रूर बिताया लेकिन यह महज़ औपचारिकता थी। अरशद इक़बाल ने हांगरगेकर को आउट किया, जबकि मोहम्मद वसीम जूनियर ने युवराज को बोल्ड कर पाकिस्तान की जीत पर मुहर लगायी।
इससे पूर्व, भारत-ए ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया लेकिन पाकिस्तान पर दबाव नहीं बना सकी। फरहान और अय्यूब शुरुआत से ही हमलावर रहे और भारतीय गेंदबाजों को लय हासिल करने का मौका नहीं दिया। इन दोनों बल्लेबाजों ने पहले पावरप्ले का भरपूर फायदा उठाकर पाकिस्तान को 10 ओवर में 69 रन तक पहुंचाया।
अय्यूब 16 रन के स्कोर पर आउट हो गये होते, लेकिन राजवर्धन हांगरगेकर की गेंद नो बॉल होने के कारण उन्हें जीवनदान मिला। सलामी बल्लेबाज ने इसका पूरा फायदा उठाया और 51 गेंद पर सात चौकों एवं दो छक्कों के साथ 59 रन की पारी खेल डाली। फ़रहान 62 गेंद पर चार चौकों और चार छक्कों के साथ अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन उनके रनआउट होने के कारण पाकिस्तान का दूसरा विकेट भी गिर गया।
रियान पराग ने 28वें ओवर में उमैर यूसुफ़ (35) और क़ासिम अकरम (शून्य) को आउट कर तेज़ी से आगे बढ़ रही पाकिस्तानी पारी को कुछ देर के लिये धीमा किया, लेकिन ताहिर ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी से सारी कसर पूरी कर दी। ताहिर ने मात्र 71 गेंद खेलकर 108 रन की शतकीय पारी खेली, जिसमें 12 चौके और चार छक्के शामिल रहे।
पाकिस्तानी टीम अपने अंतिम स्कोर में करीब 20 रन और जोड़ सकती थी लेकिन हांगरगेकर ने ताहिर और मुबश्शिर खान (47 गेंद, 35 रन) को अंतिम ओवरों में चलता किया। हर्षित राणा ने पाकिस्तानी पारी के समापन से पहले मेहरान मुमताज़ (10 गेंद, 13 रन) को आउट किया, जिसके बाद मोहम्मद वसीम जूनियर (10 गेंद, 17 नाबाद) ने एक चौके और एक छक्के की सहायता से पाकिस्तान को 50 ओवर में 352/8 के स्कोर तक पहुंचाया।
भारत की ओर से राणा छह ओवर में 51 रन देकर सबसे महंगे गेंदबाज रहे। उन्हें एक विकेट हासिल हुआ। इसके अलावा हांगरगेकर (छह ओवर, 48 रन) और पराग (चार ओवर, 24 रन) को दो-दो विकेट मिले जबकि मानव सुथर (नौ ओवर, 68 रन) और निशांत सिंधु (नौ ओवर, 48 रन) को एक-एक विकेट प्राप्त हुआ।