पटना। पटना के उर्जा स्टेडियम में संपन्न 12वें अखिल भारतीय एमपी वर्मा प्राइज मनी क्रिकेट कप पर एमपी वर्मा एकादश का कब्जा कायम रहा।
मैच के पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सुरेंद्र अमरनाथ तथा सुरेंद्र खन्ना साथ में पूर्व केंद्रीय मंत्री भारत सरकार सुबोध कांत सहाय एवं बिहार सरकार के निगरानी के डी जी आलोक राज ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर और टॉस कर उद्घाटन किया।
टॉस झारखंड के कप्तान शरण दीप सिंह ने जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया लेकिन एक बार फ़िर से पिछले दो मैचों के मैन ऑफ द मैच बाएं हाथ के फिरकी गेंदबाज संचित गुप्ता की शानदार गेंदबाजी 7 ओवर में 18 रन देकर 5 विकेट तथा अमित कुमार के 15 रन देकर 2 विकेट, अर्णव किशोर 30 रन देकर 1 विकेट तथा अपूर्वानंद 21 रन देकर 1 विकेट के सहायता से पूरी टीम 126 रन पर 27 ओवर में आउट हो गई।
अंकित राज ने 19 रन दो चौके एक छक्के की मदद से संदीप सिंह ने तीन चौके की मदद से 25 गेंद खेलकर 16 रन, आर्यन राज ने तीन चौके की मदद से 21 गेंद खेलकर 16 रन तथा अविनाश में 1 चौके एक छक्के की मदद से 26 गेंद खेलकर 14 रन बनाए जीत के लिए आवश्यक 127 रन बनाने के लिए , एमपी वर्मा एकादश के अर्जुन देशमुख ने पांच चौके 1 छक्के के मदद से 38 रन बनाए।







यश प्रताप ने 30 गेंद खेलकर दो चौके एक छक्के की मदद से खूबसूरत 24 रन, अर्नब किशोर 13 गेंद खेलकर तीन चौकों की मदद से 17 रन तथा कप्तान लखन राजा ने 40 गेंदों में दो चौकों की मदद से 15 रन बनाए।
झारखंड की ओर से श्रीकेश 34 रन देकर दो विकेट तथा दुर्गेश और अमित ने एक-एक विकेट हासिल की है। इस प्रकार 127 रन 4 विकेट खोकर बना कर 6 विकेट से एमपी वर्मा एकादश लगातार तीसरी बार खिताब पर कब्जा जमाने के साथ-साथ नकद 41000 कैश प्राइस तथा ट्रॉफी पर कब्जा किया।
पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के द्वारा दोनों टीम के खिलाड़ियों को संबोधित किया तथा उनके उज्जवल भविष्य के लिए दुआ मांगी। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी सुरेंद्र खन्ना ने अपनी तरफ से सभी खिलाड़ियों को मैच के तैयारी पर कैसे फोकस करनी चाहिए उस पर अपना ज्ञान दिया। सुरेंद्र अमरनाथ ने बचपन मैं कैसे उनके पिता स्वर्गीय लाला अमरनाथ जी अपने बेटे सुरेंद्र अमरनाथ और मोहिंदर अमरनाथ को बल्लेबाजी का कोचिंग देते थे इस पर प्रकाश डाला उन्होंने दोनों टीम के खिलाड़ियों को इस प्रकार अपनी इनिंग को बिल्ड करनी चाहिए इस पर फोकस करने को कहा उपविजेता टीम के खिलाड़ियों को मेडल और सर्टिफिकेट स्वर्गीय एमपी वर्मा के पुत्र सूर्य प्रकाश ने दिया विजेता टीम के खिलाड़ियों को मेडल और सर्टिफिकेट मोहम्मद आदिल खान और पटना हाईकोर्ट के अधिवक्ता चंद्रशेखर वर्मा ने संयुक्त रूप से दिया उपविजेता टीम को नगद 21000 और टॉफी सुरेंद्र खन्ना एवं सुरेंद्र अमरनाथ ने दिया विजेता टीम के कप्तान लखन राजा को ट्रॉफी और 41000 का गैस प्राइस पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय के द्वारा दिया गया आयोजन समिति की ओर से सुबोध कांत सहाय को मैं मोंटू देकर बिहार सरकार के निगरानी प्रमुख श्री आलोक राज ने दिया।
दोनों पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेंद्र अमरनाथ और सुरेंद्र खन्ना को स्वर्गीय एमपी वर्मा की पुत्र वधू अनुपम वर्मा और सीमा वर्मा के द्वारा सम्मान स्वरूप मोमेंटो दिया गया आज के मैच के मैन ऑफ द फाइनल को प्रथम एशिया कप विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के मैन ऑफ द फाइनल श्री सुरेंद्र खन्ना जी ने तीनों मैच में 16 विकेट लेने वाले संचित गुप्ता को दिया गया मोमेंटो के साथ नगद ₹3000 भी दिया गया आज के मैच के मैन ऑफ द मैच अर्जुन देशमुख को सुरेंद्र अमरनाथ के द्वारा नगद पुरस्कार दिया गया आयोजन समिति के सदस्य के रूप में इस प्रतियोगिता के सफल संचालन के लिए श्री सुरेंद्र खन्ना ने मोहम्मद आदिल मुकेश कुमार प्रिंस ऋषि, संजय मंटु पटना इंडिगो के मैनेजर चंदन कुमार सिंह को एमपी वर्मा फाउंडेशन की ओर से सम्मान दिया गया।
इस साल इस प्रतियोगिता से अर्नब किशोर यशस्वी ,संचित गुप्ता अमित कुमार ,यश प्रताप, अभिषेक जैसे उभरते हुए प्रतिभा दिखाई दिए यही रफ्तार रहा तो बहुत जल्द ही यह खिलाड़ी अपने राज्य का नाम राष्ट्रीय स्तर पर आगे ले जाएंगे आलोक राज जी को बिहार में क्रिकेट के प्रमोशन में अपनी दिलचस्पी एक बार फिर से दिखाने के लिए खास करके एमपी वर्मा क्रिकेट को प्रमोट करने के लिए मोमेंटो देकर सम्मान दिया गया आयोजन समिति की ओर से सचिन तेंदुलकर मोहम्मद अजहरुद्दीन सुरेंद्र अमरनाथ सुरेंद्र खन्ना को इस टूर्नामेंट को प्रमोट करने तथा यहां के छिपी हुई प्रतिभा को निखारने के लिए हार्दिक आभार चारों टीम के खिलाड़ियों को हार्दिक आभार आज के फाइनल मैच में अनेक पुराने और वर्तमान के क्रिकेट खिलाड़ी नितिन सौरभ इंद्रजीत कुमार सहित अनेक खिलाड़ी उपस्थित थे, एमपी वर्मा के परिवार से उनके उनके बेटे चंद्रशेखर वर्मा सूर्य प्रकाश तथा एमपी वर्मा की पूरी परिवार उपस्थित थे दूधिया रोशनी में खेले गए फाइनल को सफल बनाने के लिए मुकेश कुमार प्रिंस आनंद कुमार के मेहनत वह कभी भी भुलाई नहीं जा सकेगी।



