पटना, 23 अप्रैल। बिहार के क्रिकेट प्रेमियों के लिए खुशखबरी है। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (बीसीए) ने पटना के मोइनुल हक स्टेडियम को मॉडर्न स्पोर्ट्स हब में बदलने का निर्णय लिया है। खिलाड़ियों और फैंस को समान रूप से सुविधाएं प्रदान करने के लिए इसमें कई अपग्रेड देखने को मिलेंगे। बिहार क्रिकेट के परिदृश्य को देखते हुए यह एक अहम कदम है, इससे राज्य में खेल के नये युग की शुरुआत होगी।
बीसीए ने किया है लंबी अवधि के लिए अधिग्रहण
पिछले महीने ही बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने सरकार से मोइनुल हक स्टेडियम का लंबी अवधि के लिए अधिग्रहण किया था। यह स्टेडियम वर्तमान में बिहार क्रिकेट टीम का घरेलू मैदान भी है। मुंबई के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच भी यहां खेला गया था। 1969 में स्थापना के बाद से यह स्टेडियम 9 अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी कर चुका है।

नये स्वरुप में यहां बनेंगे दो प्ले ग्राउंड
2024 के लोकसभा चुनाव समाप्त होने के बाद क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर बनाने के लिए समझौते के कागजातों पर हस्ताक्षर किये जाएँगे। इनमें मुख्य तौर पर दो स्टैंडर्ड साइज के मैदान शामिल होंगे। इनमें एक मुख्य क्रिकेट स्टेडियम होगा और दूसरा बोर्ड मैचों और अन्य मुकाबलों की सुविधा के लिए होगा। अत्याधुनिक सुविधाएँ और वर्ल्ड क्लास बुनियादी ढाँचे से बिहार में क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल होगा और इसका मंच तैयार हो रहा है।
क्लब हाउस से लेकर फाइव स्टार होटल जैसी सुविधा होगी
क्रिकेट कॉम्प्लेक्स परिसर में सबसे उन्नत तकनीक वाला क्लब हाउस, कॉर्पोरेट बॉक्स और हॉस्पिटैलिटी लाउंज होगा। मुख्य स्टेडियम में बीसीसीआई अध्यक्ष/सेक्रेटरी बॉक्स, मेम्बर्स गैलरी, जनरल गैलरी और 40 से 50 हजार दर्शकों के बैठने के लिए स्टैंड्स होंगे। इसके अलावा कैंटीन और पांच सितारा सुविधाओं वाले 50 से 60 कमरे भी होंगे।

स्वीमिंग पूल से लेकर आउटडोर प्रैक्टिस की सुविधा
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन ने अपने एक बयान में कहा “मोइनुल हक स्टेडियम में घरेलू और बाहरी दोनों टीमों के लिए ड्रेसिंग रूम, फिजियो मसाज रूम, मनोरंजन और रिफ्रेशमेंट के लिए भी जगह रहेगी। इसके अलावा इनडोर क्रिकेट प्रैक्टिस एरीना, स्विमिंग पूल, दिन और रात में आउटडोर प्रैक्टिस की सुविधा रहेगी। इसके अलावा ड्रेनेज सिस्टम और पानी स्टोरेज करने का सिस्टम भी होगा। इसमें पर्याप्त जल व्यवस्था, आसानी से प्रवेश और निकास के लिए गेट होंगे। फ्लडलाइट्स और बिजली बैकअप सिस्टम और बुनियादी ढांचे के दिन-प्रतिदिन के रखरखाव के प्रावधान भी होंगे।”
जल्द ही शुरू होगा इसके निर्माण का कार्य
बीसीए अध्यक्ष श्री राकेश तिवारी ने मोइनुल हक स्टेडियम के आसपास हो रहे विकास के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों, ठेकेदारों और विशेषज्ञों के अलावा आईसीसी और बीसीसीआई के प्रतिनिधियों और सलाहकारों से परामर्श लिया जाएगा।
श्री तिवारी ने कहा “आर्किटेक्ट्स, इंजीनियरों, कंस्ट्रकशन ठेकेदारों, गुणवत्ता नियंत्रण सलाहकारों की नियुक्ति के लिए ख़ास ध्यान रखा जाएगा। कॉम्प्लेक्स के निर्माण और रखरखाव के दौरान आम लोगों की सुविधा के लिए एमओयू की सभी पात्रता शर्तों का हर समय उच्चतम मानकों के साथ पालन किया जाएगा।”
बीसीए अध्यक्ष ने बिहार सरकार और खासकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा सहित कैबिनेट सदस्यों को भी धन्यवाद दिया और बीसीसीआई की भी जमकर तारीफ की।
बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश तिवारी ने कहा ” नये क्रिकेट कॉम्प्लेक्स से बिहार की क्रिकेट बिरादरी और आम जनता को भी लाभ होगा और वे अपने यहां अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच देखने से वंचित नहीं रहेंगे।”