पेरिस ओलंपिक में मेडल पक्का कर चुकी विनेश फोगाट को 100 ग्राम वजन ज्यादा होने के कारण डिसक्वालिफाई कर दिया गया। ऐसा ही कुछ वाकया आज से 50 साल पहले हुआ था जब एक भारतीय पहलवान को 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण मेडल से हाथ धोना पड़ा था। इस पहलवान का नाम है राधेश्याम। राधेश्याम भी हरियाणा के रहने वाले हैं।
तब भी 100 ग्राम पड़ा था भारी
बात साल साल 1974 की है। जब कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती के फाइनल मुकाबले में पहुंचे अंबाला के राधेश्याम पहलवान को इसी तरह का झटका लगा था। यह खेल क्राइस्टचर्च में आयोजित किया गया था। राधेश्याम का वजन 100 ग्राम अधिक था और उन्हें मुकाबले से पहले ही बाहर कर दिया गया था। राधेश्याम का मुकाबला ऑस्ट्रेलिया के पहलवान के साथ होने वाला था। उस साल कॉमनवेल्थ गेम्स न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च शहर में हुआ था। राधेश्याम ने 48 किलोग्राम भारवर्ग में भाग लिया था। उन्हें अपने ग्रुप मैचों में सभी पहलवानों को मात देकर फाइलन में जगह बनाई थी। मगर फाइनल मुकाबले में उन्हें विनेश की तरह झटका लगा था। वजन बढ़ने की वजह से उन्हें निराशा हाथ लगी थी। 71 वर्ष के राधेश्याम कहते हैं कि उन्हें फाइनल मुकाबले से पहले बाहर कर दिया गया था क्योंकि उनका वजह 100 ग्राम अधिक था।
राधेश्याम बताते हैं कि बड़ी प्रतियोगिताओं में वजन को नियंत्रित रखना एक चुनौती बन जाता है। उस समय मैंने अपने वजन पर नियंत्रण पाने के लिए बहुत कुछ किया था। मुकाबले से पहले मैंने खूब दौड़ लगाई। वजन कम करने के लिए उन्होंने अपने बाल तक कटवा लिए थे। लेकिन अंतिम मुकाबले से पहले जब उनका वजन किया गया तो वो 100 ग्राम अधिक पाया गया और इसी तरह वो फाइनल नहीं खेल पाए। इस बात का मलाल उन्हें आजतक है।