अहमदाबाद में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए दूसरे टी-20 मैच में अपने डेब्यू मैच में शानदार पारी खेलने वाले बिहार के लाल ईशान किशन ने कहा कि इस पारी का श्रेय मैं मेरे सीनियर्स को देना चाहता हूँ जिन्होंने मुझे मैदान में जा कर मेरा नैचुरल गेम खेलने के लिए कहा। एक बेहतरीन टीम के सामने अपना टी20 अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करना कोई आसान काम नहीं होता। मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) की तरफ़ से भी मुझे मेरा मॉमेंटम बनाए रखने में काफ़ी मदद मिली। मैं मैच खत्म करना चाहता था और ये जानता था कि दूसरी साइड एक सीनियर खिलाड़ी भी बल्लेबाज़ी कर रहा है।

आगे ईशान किशन ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि मुझे इस बात की निराशा है कि मैं फ़िनिशिंग लाइन नहीं टच कर पाया। टॉम की गेंद पर मारा गया वो छक्का मेरे लिए एक स्पेशल शॉट था। मुझे नहीं पता कि दुबारा मैं ये कब महसूस करने वाला हूँ, यहाँ मैं भारत के लिए डेब्यू की बात कर रहा हूँ, लेकिन मुझे गर्व है और मैं खुश भी हूँ। इसके लिए अपने कोच, सीनियर्स और हर उस व्यक्ति को धन्यवाद कहना चाहता हूँ जिन्होंने यहाँ तक आने में मेरी मदद की.

उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले मेरे कोच के पापा गुज़र गए थे. उन्होंने भी मुझसे यही कहा था कि तुम्हें मैदान पर जाना होगा और स्कोर करना होगा, इसलिए अपना ये अवॉर्ड मैं अपने कोच के पिता को समर्पित करना चाहता हूँ।
ईशान किशन (Ishan Kishan) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 32 गेंदों में 56 रन की शानदार अर्धशतकीय पारी खेली. 4 छक्के और 5 चौकों की मदद से इशान ने बेहतरीन बल्लेबाज़ी की।

गौरतलब है कि ईशान किशन के कोच उत्तम मजूमदार के पिता बिमल मजुमदार का कुछ दिन पहले निधन हो गया है।

