नई दिल्ली, 23 अगस्त। भारत ने शिमकेंट, कज़ाखस्तान में चल रही 16वीं एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2025 में शानदार प्रदर्शन करते हुए सीनियर और जूनियर 10 मीटर एयर राइफल मिश्रित टीम इवेंट्स में स्वर्ण पदक जीते। इस जीत के साथ भारत का स्वर्ण पदकों की संख्या बढ़कर 22 हो गई और वह पदक तालिका में शीर्ष पर मजबूती से कायम है।
सीनियर वर्ग में एला और अर्जुन का कमाल
भारत की जोड़ी एलावेनिल वलारिवन (316.3) और अर्जुन बाबुता (317.7) ने क्वालिफिकेशन में कुल 634.0 अंक बनाकर 27 टीमों में पहला स्थान हासिल किया। दूसरी भारतीय जोड़ी मेहुली घोष (317.7) और रुद्रांक्श पाटिल (314.9) ने 632.6 अंक के साथ दूसरा स्थान पाया, लेकिन टूर्नामेंट नियमों के कारण वे फाइनल में जगह नहीं बना सके।
फाइनल में एला और अर्जुन का मुकाबला चीन की जोड़ी पेंग शिनलू और लू डिंगके से हुआ। रोमांचक मुकाबले में स्कोर लंबे समय तक बराबर रहा, लेकिन 11वीं सीरीज़ के बाद भारतीय टीम ने 13-9 की बढ़त बना ली और अंत तक दबाव बनाए रखते हुए मुकाबला अपने नाम कर लिया।
जूनियर वर्ग में नारायण और शांभवी का जलवा
नारायण प्रणव और शांभवी क्षीरसागर की जोड़ी ने क्वालिफिकेशन में 629.5 अंक बनाकर तीसरा स्थान हासिल किया और फाइनल में प्रवेश किया। यहाँ उनका सामना चीन की तांग हुईकी और हान यिनान की जोड़ी से हुआ। शुरुआती नौ सीरीज़ तक स्कोर 9-9 से बराबर था, लेकिन इसके बाद भारतीय निशानेबाजों ने लगातार बेहतरीन शॉट्स लगाकर बढ़त बनाई और अंत में स्वर्ण पदक जीत लिया।
भारत का कुल प्रदर्शन
भारत ने दिन का अंत 22 स्वर्ण, 8 रजत और 10 कांस्य समेत कुल 40 पदकों के साथ किया। इनमें से सीनियर खिलाड़ियों ने 4 स्वर्ण, 1 रजत और 5 कांस्य हासिल किए, जबकि बाकी पदक जूनियर और युवा निशानेबाजों के खाते में गए।
इस प्रदर्शन ने भारत को एशियाई निशानेबाजी चैंपियनशिप 2025 की पदक तालिका में सबसे ऊपर बनाए रखा है।

 
			        