चेन्नई, 4 दिसंबर। भारत ने एफआईएच पुरुष जूनियर हॉकी विश्व कप में पूल चरण में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन उसकी असली परीक्षा शुक्रवार को बेल्जियम के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में होगी।
पूल चरण में दबदबा बनाए रखा
चिली, ओमान और स्विट्जरलैंड के साथ पूल बी में भारत ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए पहले स्थान पर रहते हुए नाकआउट दौर में प्रवेश किया। भारतीय टीम ने पूल चरण में 29 गोल किए और एक भी गोल नहीं खाया, जो इस टूर्नामेंट में भाग ले रही सभी 24 टीमों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
कोच की चेतावनी: अब असली चुनौती शुरू
कोच पीआर श्रीजेश और टीम यह अच्छी तरह जानती है कि अब तक का प्रदर्शन अंतिम परिणामों पर असर नहीं डालेगा। टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में उन्हें मजबूत टीमों का सामना करना है। कोई भी चूक भारत के नौ साल बाद घरेलू मैदान पर खिताब जीतने के सपने को खतरे में डाल सकती है। भारत ने आखिरी बार 2016 में लखनऊ में खिताब जीता था।
गोल स्कोरिंग का शानदार रिकॉर्ड
पूल चरण में भारतीय टीम ने 18 मैदानी गोल किए, 9 पेनल्टी कॉर्नर और 2 पेनल्टी स्ट्रोक से गोल किए। चिली और ओमान के खिलाफ पहले दो मैचों में भारत ने दबदबा बनाए रखा। स्विट्जरलैंड को 5-0 से हराने के दौरान गोलकीपर प्रिंस दीप सिंह और बिक्रमजीत सिंह ने शानदार बचाव किया।
पेनाल्टी कॉर्नर पर सुधार की जरूरत
पेनल्टी कॉर्नर पर गोल करना भारतीय टीम के लिए अभी भी चिंता का विषय है। पिछले मैच में शिलानंद लाकड़ा ने दो बार पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला, लेकिन कप्तान रोहित और अनमोल एक्का से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
स्ट्राइकर और मध्यपंक्ति की भूमिका
स्ट्राइकर दिलराज सिंह (6 गोल), मनमीत (5), अर्शदीप सिंह (4), अजीत यादव और गुरजोत सिंह (दो-दो गोल) ने पूल चरण में शानदार प्रदर्शन किया। मध्यपंक्ति के रोसन कुजूर, एड्रोई एक्का, अंकित पाल और इंगलेम्बा लुवांग थोउनाओजम की असली परीक्षा अब होगी।
श्रीजेश का संदेश: कोई भी गलती भारी पड़ सकती है
श्रीजेश ने कहा, “निश्चित रूप से कुछ क्षेत्रों में सुधार की जरूरत है। अगले मैच से असली टूर्नामेंट शुरू होगा और उन क्षेत्रों पर ध्यान देना बहुत महत्वपूर्ण है। जूनियर विश्व कप कोई आसान टूर्नामेंट नहीं है। कोई भी गलती भारी पड़ सकती है।”
बेल्जियम के खिलाफ चुनौती
बेल्जियम क्वार्टर फाइनल में भारत के सामने चुनौती पेश करेगा। बेल्जियम ने अभी तक 22 गोल किए हैं, जिनमें 11 मैदानी गोल और 11 पेनल्टी कॉर्नर गोल शामिल हैं।
क्वार्टर फाइनल के अन्य मुकाबले इस प्रकार हैं:
स्पेन बनाम न्यूज़ीलैंड
फ़्रांस बनाम जर्मनी
नीदरलैंड बनाम अर्जेंटीना