धनबाद, 30 जून। भारतीय गतका महासंघ के महासचिव सरदार बलजीन्दर सिंह तुर के नेतृत्व में गतका एसोसिएशन ऑफ झारखंड द्वारा धनबाद में दो दिवसीय कोचेस एवं रेफरी सेमिनार का भव्य आयोजन किया गया। यह सेमिनार राजकमल स.वि. मंदिर एवं होटल पोद्दार रेजेंसी में सम्पन्न हुआ, जिसमें राज्य के 18 जिलों से कुल 60 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
तीन सत्रों में मिला प्रशिक्षण
सेमिनार को तीन मुख्य सत्रों में विभाजित किया गया:
प्रथम सत्र: राजकमल स.वि. मंदिर में आयोजित इस सत्र में प्रतिभागियों को शारीरिक अभ्यास के साथ-साथ गतका के नवीन तकनीकों से अवगत कराया गया।
द्वितीय सत्र: कक्षा कक्ष में आयोजित सत्र में गतका के इतिहास, नियम-कानून और खेल क्षेत्र की जानकारी दी गई।
तृतीय सत्र: इस सत्र में प्रतिभागियों को निर्णायक की भूमिका और तकनीकी अभ्यास का प्रशिक्षण दिया गया। साथ ही सभी प्रतिभागियों का मूल्यांकन भी किया गया।
समापन समारोह का आयोजन:
सेमिनार के अंतिम दिन होटल पोद्दार रेजेंसी में भव्य समापन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें कई राष्ट्रीय पदक विजेताओं ने गतका का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके बाद सेमिनार में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र और सम्मान चिन्ह प्रदान किए गए।
इस अवसर पर गतका एसोसिएशन ऑफ झारखंड के अध्यक्ष केशव कुमार हारोदिया, सचिव विद्या, धनबाद संघ के अध्यक्ष बसंत हेलीवाल, सचिव रोहित प्रसाद, और प्रमुख समाजसेवियों — प्रवीण अग्रवाल, वेद केजरीवाल, प्रदीप अग्रवाल, राहुल सिंघानिया, और चेतन तुल्स्यान ने भाग लिया और सम्मान वितरण किया।
महासचिव को किया गया सम्मानित:
भारतीय गतका महासंघ के महासचिव सरदार बलजीन्दर सिंह तुर को धनबाद, पलामू एवं झारखंड गतका संघ द्वारा भगवान बिरसा मुंडा व गौतम बुद्ध की मूर्ति तथा स्थानीय कलाकार द्वारा निर्मित पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया गया।
सेमिनार में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले प्रशिक्षक:
इस दो दिवसीय सेमिनार में 10 जिलों के प्रशिक्षकों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। उनके नाम इस प्रकार हैं:
सोमनाथ चौहान, प्रेम बाउरी (धनबाद)
उपेन्द्र अग्रवाल (हजारीबाग)
विकास केशरी (चतरा)
अमित सिंह (लोहरदग्गा)
अजय कांत (गढ़वा)
दिलीप कुमार (कोडरमा)
विरेंद्र वर्मा (रांची)
राजीव कुमार सिंह (बोकारो)
संजय रजवार (रामगढ़)
अमरेश मेहता (पलामू)
स्थानीय सहयोगियों का योगदान:
इस सेमिनार को सफल बनाने में सुदीप चक्रवर्ती, राहुल शर्मा और विनायक वैभव का योगदान विशेष रूप से सराहनीय रहा, जिन्होंने आयोजन की हर आवश्यकता का सुचारु संचालन सुनिश्चित किया।