अस्ताना (कजाकिस्तान), 18 मई। मौजूदा विश्व चैंपियन निकहत जरीन और मीनाक्षी ने अपने-अपने भार वर्ग में स्वर्ण पदक जीते जिससे भारतीय टीम ने शनिवार को यहां एलोरडा कप मुक्केबाजी में अपना अभियान अब तक के सर्वश्रेष्ठ 12 पदकों के साथ खत्म किया।
निकहत और मीनाक्षी के स्वर्ण पदकों के अलावा, भारतीय मुक्केबाजों ने दो रजत और आठ कांस्य पदक जीतकर पिछले सत्र से काफी बेहतर प्रदर्शन किया। भारतीय मुक्केबाजों ने पिछले सत्र में पांच पदक अपने नाम किये थे।
निकहत (52 किग्रा) ने प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपना दबदबा जारी रखते हुए कजाकिस्तान की जजीरा उराकबायेवा को 5-0 के स्कोर से हराकर अपने प्रभावशाली करियर में एक और स्वर्ण पदक जोड़ा।
मीनाक्षी ने दिन की शानदार शुरुआत करते हुए महिलाओं के 48 किग्रा फाइनल में उज्बेकिस्तान की रहमोनोवा सैदाहोन को 4-1 से हराकर भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया।
अनामिका (50 किग्रा) और मनीषा (60 किग्रा) को फाइनल में हार का सामना करना पड़ा और उनका अभियान रजत पदक के साथ समाप्त हुआ।
अनामिका ने मौजूदा विश्व और एशियाई चैंपियन चीन की वू यू को कड़ी टक्कर दी लेकिन उन्हें 1-4 से हार का सामना करना पड़ा। मनीषा को कजाकिस्तान की विक्टोरिया ग्राफीवा से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा।
भारतीय पदक विजेता
स्वर्ण: मीनाक्षी (48 किग्रा) और निकहत जरीन (52 किग्रा)
रजत: अनामिका (50 किग्रा) और मनीषा (60 किग्रा)
कांस्य (पुरुष): याइफाबा सिंह सोइबम (48 किग्रा), अभिषेक यादव (67 किग्रा), विशाल (86 किग्रा) और गौरव चौहान (92 किग्रा से अधिक);
कांस्य (महिला): सोनू (63 किग्रा), मंजू बम्बोरिया (66 किग्रा), शलाखा सिंह संसनवाल (70 किग्रा) और मोनिका (81 किग्रा से अधिक)।
![](https://kheldhaba.com/wp-content/uploads/2024/05/kheldhaba-help-1024x1024.png)
![](https://kheldhaba.com/wp-content/uploads/2024/05/arunoday-cricket-academy-advertisment-1-724x1024.jpg)
![](https://kheldhaba.com/wp-content/uploads/2023/12/super-over-adv-1024x574.jpg)