राजगीर, 29 अगस्त। बिहार के राजगीर में राज्य खेल अकादमी के शुभारंभ होने के साथ ही राज्य में खेल क्रांति के स्वर्णिम युग की आज शुरुआत हो गई।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के राजगीर में गुरुवार को आयोजित एक समारोह में राज्य खेल अकादमी एवं बिहार खेल विश्वविद्यालय का उद्घाटन किया। खेल सम्मान समारोह में बिहार के अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों को सम्मानित भी किया गया। राजगीर में खेल अकादमी के शुभारंभ होने के साथ ही बिहार में खेल क्रांति के स्वर्णिम युग की आज शुरुआत हो गई।
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक सह राज्य खेल अकादमी के निदेशक रबिन्द्रन शंकरण ने कहा कि खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय की स्थापना से बिहार में खेल क्षेत्र में तरक्की करेगा और 2032 में बिहार के खिलाड़ी ओलम्पिक में भाग लेंगे और मेडल लाएंगे।
ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली एवं विधायक श्रेयसी सिंह ने कहा कि खेल अकादमी और खेल विश्वविद्यालय की स्थापना बिहार के खिलाड़ियों के लिए बहुत बड़ा अवसर है। इससे खिलाड़ियों को सम्मान मिलेगा। इस मौके पर इस अवसर पर भारतीय महिला हॉकी टीम के बीच प्रदर्शनी मैच का आयोजन किया गया। यहां अंतरराष्ट्रीय स्तर के खेल तो होंगे ही खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर का प्रशिक्षण भी मिलेगा।
खेल अकादमी में फुटबॉल स्टेडियम, हॉकी टर्फ स्टेडियम, बास्केटबॉल, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, लॉन टेनिस, कुश्ती, भारोत्तोलन, कबड्डी, तलवारबाजी, टेबुल टेनिस, शूटिंग, तीरंदाजी, बैडमिंटन कोर्ट आदि खेलों के इंडोर एवं आउटडोर स्टेडियम की सुविधा है। यह देश का एकमात्र अंतरराष्ट्रीय खेल परिसर है जहां एक साथ इतने तरह के खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। राज्य खेल अकादमी में खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक प्रशिक्षण देने की सुविधा है। इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन के लिए आधुनिक खेल इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कराया गया है।
खेलों के लिए उच्च स्तरीय शोध प्रशिक्षण केंद्र के रूप में कार्य करने के उद्देश्य से बिहार खेल विश्वविद्यालय की स्थापना की गई है। राजगीर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट स्टेडियम का निर्माण कराया जा रहा है जो जून 2025 तक पूर्ण हो जाने की संभावना है।