नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने बिहार क्रिकेट संघ (बीसीए) के क्रिकेट मामलों की देखरेख और ताजा चुनाव कराने के लिए तीन सदस्यीय स्वतंत्र पर्यवेक्षी समिति नियुक्त की।
विनोद राय की अध्यक्षता वाली सीओए ने शुक्रवार को मुंबई में बैठक के दौरान इस मुद्दे पर सोच विचार के बाद यह फैसला किया।
बिहार में खेल को सही तरीके से चलाने के अलावा स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने के लिए यह जरूरी है कि बीसीए के प्रबंधन को स्वतंत्र पर्यवेक्षी समिति की निगरानी और नियंत्रण में रखा जाये।
पर्यवेक्षक समिति की अध्यक्षता आलोक कुमार (बीसीसीआई, एसीयू) करेंगे जबकि अलविन गायकवाड़ (बीसीसीआई क्रिकेट संचालन) और संदीप वागले (बीसीसीआई वित्त) इसमें अन्य दो सदस्य होंगे।
समिति के पास सारे अधिकार होंगे जिससे वह बीसीए की कार्यप्रणाली को सही रख सके। इसके अलावा उनके पास निर्वाचन अधिकारी, लोकपाल और आचरण अधिकारी की नियुक्ति के भी अधिकार होंगे।
समिति के पास चयनकर्ताओं, टीम अधिकारियों और मैच अधिकारियों को नियुक्त करने का भी अधिकार होगा। साथ ही यह बीसीसीआई द्वारा दिये गये फंड के उपयोग की जांच के लिए ऑडिटर भी नियुक्त करेगी।
अगर बिहार क्रिकेट एसोसिएशन सुपरवाइजरी कमेटी को सहयोग करने में असफल रहा तो तत्काल प्रभाव से बिहार क्रिकेट एसोसिएशन के मेंबरशिप को खत्म कर देगा और बीसीसीआई अपने नेतृत्व में लेकर में बिहार में क्रिकेट को चलायेगा।