नईदिल्ली। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने शनिवार को कहा कि बोर्ड मार्च के अंतिम सप्ताह से मई के अंत तक आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) के 2022 सत्र को आयोजित करने के लिए तैयार है और टीम के मालिकों की इच्छा के अनुसार इसके आयोजन को भारत में करने की कोशिश की जायेगी। सूत्रों की मानें तो लीग की संभावित शुरुआत की तारीख 27 मार्च है।
बीसीसीआई की ओर से जारी प्रेस नोट में शाह के हवाले से कहा गया, मुझे यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि आईपीएल के 15वें सत्र का आगाज मार्च के अंतिम सप्ताह में होगा और मई के अंत तक चलेगा। टीम के अधिकांश मालिकों ने अपनी इच्छा व्यक्त की कि टूर्नामेंट भारत में आयोजित किया जाए। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बोर्ड की पहली प्राथमिकता इस आयोजन को भारत में कराने की है।
शाह ने कहा, बीसीसीआई दो नयी टीमों अहमदाबाद और लखनऊ के साथ 2022 सत्र का आयोजन भारत में करने को लेकर उत्सुक है। मैं आपको बता सकता हूं कि हम यह सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि आईपीएल का आयोजन भारत में हो। बैठक में भाग लेने वाले सूत्रों के अनुसार यूएई और दक्षिण अफ्रीका भी इसके विकल्प हैं। शाह ने जोर देकर कहा कि खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों सहित सभी हितधारकों की स्वास्थ्य सुरक्षा बोर्ड के लिए सर्वोपरि है।
उन्होंने कहा, बीसीसीआई ने अतीत में अपने हितधारकों के स्वास्थ्य और सुरक्षा से कोई समझौता नहीं किया है और साथ ही साथ ‘प्लान बी (वैकल्पिक योजना)’ पर काम करेगा क्योंकि कोविड-19 के नये स्वरूपों के साथ परिस्थितियां लगातार बदल रही हैं।’’ शाह ने कहा, आईपीएल के लिए खिलाड़ियों की बड़ी नीलामी 12 और 13 फरवरी को होगी और हम उससे पहले स्थलों पर फैसला कर लेंगे।
इससे पहले बीसीसीआई आईपीएल आयोजन के लिए दो तारीखों पर विचार कर रहा था। इसमें बोर्ड के कुछ अधिकारी और कुछ फ्रेंचाइजी मालिक लीग 27 मार्च से शुरू करना चाहते हैं तो वहीं कुछ अन्य प्रभावशाली लोग चाहते हैं कि यह बड़ी स्पर्धा दो अप्रैल से शुरू हो, जो लोढ़ा समिति की सिफारिशों के अनुरूप है।
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई-भाषा से बताया, कुछ टीम मालिक इसे 27 मार्च को शुरू करने के पक्ष में है, लेकिन भारत को श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय (टी20) मैच 18 मार्च को लखनऊ में खेलना है और फिर आपको लोढ़ा नियम के अनुसार 14 दिनों के अंतराल की आवश्यकता होती है। यही वजह है कि लीग की शुरुआत दो अप्रैल से हो सकती है।
समझा जाता है कि भारतीय खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका दौरे के बाद वेस्टइंडीज और श्रीलंका के खिलाफ घर में लगातार तीन बायो- बबल (जैव-सुरक्षित माहौल) में रहने के बाद थक जाएंगे। बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, बीसीसीआई को श्रीलंका दौरे के 10 दिनों से कम समय में आईपीएल शुरू करने के बारे में सोचने से पहले खिलाड़ियों की थकान को ध्यान में रखना चाहिए।
यह भी पता चला है कि लखनऊ और अहमदाबाद की दो नयी टीमों सहित सभी 10 आईपीएल फ्रेंचाइजी मालिक भारत को 2022 आईपीएल के लिए मेजबान देश के रूप में चाहते हैं जिसमें मुंबई और पुणे उनके दो पसंदीदा शहर हैं। उनकी दूसरी पसंद संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) है जहां आईपीएल को तीन बार आयोजित किया गया है जबकि अंतिम विकल्प दक्षिण अफ्रीका है जहां 2009 में इसे आयोजित किया गया था।
संयुक्त अरब अमीरात और दक्षिण अफ्रीका का विकल्प हालांकि तभी सामने आयेगा जब भारत में कोविड-19 की स्थिति बहुत बुरी होगी। इससे पहले इस बात की भी चर्चा थी कि श्रीलंका भी आईपीएल की मेजबानी कर सकता है लेकिन उसके नाम पर चर्चा तक नहीं की गयी। जहां तक खिलाड़ियों की बड़ी नीलामी की तारीखों का सवाल है, तो उसका आयोजन मूल कार्यक्रम के अनुसार 12 और 13 फरवरी को बेंगलुरु में ही होने की संभावना है।
बोर्ड के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, आज की बैठक मुख्य रूप से टीम मालिकों के लिए थी, जो अपने पसंदीदा स्थानों के मुद्दे पर अपने सुझाव देने की कोशिश कर रहे थे। अधिकांश मालिक चाहते हैं कि अगर सब कुछ ठीक रहे और कोविड-19 की तीसरी लहर का असर कम हो जाये तो आईपीएल का आयोजन भारत में ही हो।
उन्होंने कहा, मुंबई में तीन मैदान हैं और हमारे पास पुणे का मैदान भी है जो पुणे शहर के बजाय राजमार्ग के पास है। हम वानखेड़े, ब्रेबोर्न और डीवाई पाटिल स्टेडियम (नवी मुंबई) के साथ गहुंजे स्टेडियम का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें कोई हवाई यात्रा नहीं होगी और एक शहर में बायो-बबल बनाया जा सकता है।
दूसरा विकल्प संयुक्त अरब अमीरात है जहां सख्त बायो-बबल में दो सत्रों का आयोजन सफलतापूर्वक किया गया। उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका आखिरी विकल्प है, लेकिन अभी तक हम इसे एक विकल्प के रूप में नहीं सोच रहे हैं। यह आखिरी उपाय है। जहां तक दर्शकों के प्रवेश का सवाल है तो उस पर टूर्नामेंट के करीब ही फैसला लिया जा सकता है।