पटना। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बिहार (सीएबी) के सचिव आदित्य वर्मा ने बिहार क्रिकेट एसोसिएशन में चल रहे इस झगड़े पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बिहार क्रिकेट के वर्तमान दशा दुर्दशा के लिए बीसीसीआई को जिम्मेवार है क्योंकि पिछले एक साल से बिहार क्रिकेट के बारे मे सभी कुछ जानते हुए भी ढुलमुल नीति बनाए रखा। हद तो तब हो गई जब 17 अक्टूबर, 2020 को बीसीसीआई के एपेक्स काउंसिल के बैठक मे यह निर्णय लिया गया था कि बिहार क्रिकेट के संचालन के लिए बीसीसीआई अपना ऑबजरवर भेजेगी।
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बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरभ गांगुली जो अपने आप में एक लिजेंड है बिहार क्रिकेट को मजबूती देने के लिए अपने पास बिहार क्रिकेट को रखा था। चेन्नई में बिहार को प्लेट ग्रूप मे अपना मैच खेलने के लिए 1 जनवरी को रवाना होना है। आज बिहार क्रिकेट का काला दिन है क्योंकि बिहार क्रिकेट की एक नहीं दो-दो टीम घोषित कर दी गई है। आने वाले 20 जनवरी को जब माननीय सुप्रीम कोर्ट मे बीसीसीआई बनाम सीएबी केस के ऊपर सुनवाई होगी मैं बिहार क्रिकेट के ऊपर बीसीसीआई के रवैए का मामला उठाने का काम करुंगा।
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उन्होंने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली से अपील की है कि जितना जल्द हो बिहार के मामले का निपटारा करें। सौरभ गांगुली यहां पर्यवेक्षक भेज कर टीम का गठन करें। बिहार के खिलाड़ियों के साथ किसी भी प्रकार की नजर अंदाजी नही स्वीकार करेंगे।




