पीएम मोदी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बस्ती में सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 के दूसरे चरण का उद्घाटन किए। वर्चुअली उद्घाटन के दौरान उन्होंने खो-खो खेल देखा। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे।
पीएम मोदी ने कहा कि अभी मुझे ‘खो-खो खेल’ देखने का अवसर मिला हमारी बेटियां जिस चतुराई के साथ और टीम के साथ पूरी तरह टीम के साथ खेल रही थी वाकई बड़ा आनंद आ रहा था देखकर। मैं जानता नहीं कि मेरी ताली आपको सुनाई नहीं दे रही थी कि दे रही थी। मुझे भी खो-खो के खेल का आनंद प्राप्त हुआ सभी बेटियों को बधाई देता हूं और शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है बस्ती, पूर्वांचल , उत्तर प्रदेश की बेटियां ऐसे ही राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अपना दमखम दिखाएंगे।
सांसद खेल महाकुंभ 2022-23 का आयोजन दो चरणों में किया जा रहा है। खेल महाकुंभ के पहले चरण का आयोजन 10 दिसम्बर से 16 दिसंबर, 2022 के दौरान किया गया और दूसरे चरण का आयोजन 18 जनवरी से 28 जनवरी, 2023 के दौरान किया जाएगा।
इस खेल महाकुंभ में कुश्ती, कबड्डी, खो खो, बास्केट बॉल, फुटबॉल, हॉकी, वॉलीबॉल, हैंडबॉल, शतरंज, कैरम, बैडमिंटन, टेबल टेनिस आदि जैसे इनडोर और आउटडोर दोनों प्रकार की खेल स्पर्धाओं में विविध प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है। इनके अलावा निबंध लेखन, चित्रकला,रंगोली बनाना आदि प्रतियोगिताओं का भी आयोजन इस खेल महाकुंभ के दौरान किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा खो-खो खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन करने पर भारतीय खो-खो महासंघ के अध्यक्ष सुधांशु मित्तल ने कहा कि यह खो-खो के लिए बड़ी बात है कि पीएम मोदी ने उसके मैच को देखा और खिलाड़ियों की तारीफ की। उन्होंने कहा कि इससे खो-खो खेल का मान बढ़ा है। उन्होंने कहा कि भारतीय खो-खो महासंघ देश में खो-खो को बढ़ाने के लिए पूरी मेहनत कर रहा है। उन्होंने कहा कि महासंघ इसे विदेशों में प्रचार-प्रसार कर रहा है ताकि अन्य देशों में भी खो-खो आगे बढ़े जिससे बड़े आयोजनों जैसे एशियाड में इसे शामिल किया जाय।
महासचिव महेंद्र सिंह त्यागी ने कहा कि खो-खो खेल अब पूरे भारत में फैल चुका है। इसे अति आधुनिक बनाया गया है। अब मिट्टी की जगह मैट पर खेला जाने लगा पर खेल की महत्ता पहले जैसे ही है। उन्होंने कहा कि अल्टीमेट खो-खो लीग कराने का फायदा भी अब हमें मिलने लगा है। उन्होंने भारत सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि सरकार की ओर से खो-खो खेल के विकास के लिए जो काम किये जा रहे हैं वो काबिलेतारीफ है।