पटना। मेहनत से कभी भी पीछे नहीं हटना चाहिए। मेहनत ही व्यक्ति को महान बनाता है। मुझे पूरा विश्वास है कि 2028 के ओलिंपिक में बिहार से खिलाड़ी जाएंगे और झंडा गाड़ेंगे। पहले कहा जाता था कि जहां स्वस्थ बच्चे होंगे वहीं अच्छा खेल होगा। लेकिन अब यह परिभाषा बदल गई है अब जहां अच्छा खेल होगा वहीं स्वस्थ बच्चे होंगे।
उक्त बातें बिहार विद्यान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहीं। मौका था कंकड़बाग स्थित पाटलिपुत्र खेल परिसर में तीन दिवसीय 33वीं पूर्व क्षेत्र जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप के उद्घाटन का। चैंपियनशिप में 13 राज्यों के 800 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
कला संस्कृति एंव युवा विभाग के मंत्री जितेंद्र राय ने खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन करते हुए कहा कि लक्ष्य बनाकर खेलेंगे तो सफलता आपके कमद चूमेगी। बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के महानिदेशक रवींद्रण शंकरण ने कहा कि बिहार के खिलाड़ियों में प्रतिभा की कमी नहीं है सुविधा की कमी है। खेल मंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे एक नई खेल भर्ती नीति लाएं ताकि बिहार के राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेताओं को जल्द ही सेवा में भर्ती किया जा सके। यह वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करेगा और दूसरों को खेलों को करियर के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित करेगा।
इस मौके पर बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के निदेशक पंकज राज, बिहार राज्य खेल विकास प्राधिकरण के पूर्व महानिदेशक संजय सिन्हा, एथलेटिक्स एसोसिशन आफ बिहार के अध्यक्ष सलीम परवेज, एथलेटिक्स एसोसिएशन आफ बिहार के सचिव लियाकत अली समेत कई लोग उपस्थित थे। बिहार से 140 खिलाड़ियों का दल अलग-अलग वर्गों में हिस्सा ले रहा है। इसमें 85 पुरुष जबकि 55 महिला खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।
13 राज्यों में बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, नागालैंड, असम, मिज़ोरम, मणिपुर,अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा, सिक्किम, मेघालय और अंडमान निकोबार द्वीपसमूह की टीमें हिस्सा ले रही हैं। चार वर्गों में चैंपियनशिप का आयोजन किया जा रहा है। इसमें अंडर 14,16, 18 और अंडर 20 के खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं।