पूर्णिया। पूर्णिया चैलेंजर्स लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों, पदाधिकारियों, मैच से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि अंपायर तरविंदर सिंह द्वारा सीनियर प्लेयर राजेश सिंह पर पैसा देने का आरोप सरासर गलत और वेबुनियाद है। ऐसा कुछ मामला ही नहीं है।
लोगों का कहना है कि जिस मैच को लेकर तरविंदर सिंह ने आरोप लगाया है वह सेमीफाइनल मुकाबला है। इस मैच के दूसरे दिन तरविंदर सिंह ने मौखिक रूप से व्हाटशएप के जरिए यह शिकायत आयोजन समिति के सामने दर्ज की। उनकी शिकायत दर्ज होने के बाद आयोजन समिति के लोग, मैच रेफरी, दोनों टीमों के कप्तान, टीम ऑनर और दोनों रिजर्व अंपायर के सामने तरविंदर सिंह और राजेश सिंह को बुला कर पक्ष सुना गया। साथ ही उस समय का वीडियो देखा गया जिसमें तरविंदर द्वारा लगाये गए आरोप गलत पाया गया है। तरविंदर सिंह ने आरोप लगाया था कि वे बार-बार हमें कह रहे हैं जबकि वीडियो में यह साफ दिखा है कि तरविंदर सिंह मुस्करा रहे हैं।
इस बात को तरविंदर सिंह ने उस समय मान ली और कहा था कि कुछ गलतफहमी हो गई थी। राजेश सिंह और तरविंदर से हाथ मिलाये और पूरा मामला वहीं पर रफा-दफा हो गया। जब मामला यहां रफा-दफा हो गया। इस बात से अंपायर तरविंदर सिंह भी नहीं मुकर सकते हैं। मामला जब रफा-दफा हो गया तब सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार गलत है। इससे इतने सफल आयोजन को बदनामी होगी।
सीनियर प्लेयर राजेश सिंह ने कहा कि यह मामला सेमीफाइनल मैच के सुपर ओवर का है। उन्होंने कहा कि नोबॉल गया था। मैंने उनसे केवल यह पूछा कि सर नोबॉल नहीं था क्या। इस बात को बढ़ा-चढ़ा कह दिया गया। उन्होंने कहा कि सारा मामला दूसरे दिन ही सारे लोगों के बीच खत्म हो गया। अंपायर तरविंदर सिंह और हमारे बीच सेक हैंड हो गया। दोनों ने अपनी गलती मान ली पर सोशल मीडिया में वायरल कर मेरी और इस आयोजन की छवि खराब करने का क्या फायदा।