लंदन। यूरो कप फुटबॉल के अंतर्गत इंग्लैंड और डेनमार्क के बीच खेले गए दूसरे सेमीफाइनल में रेफरी द्वारा पेनाल्टी पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस फैसले को लेकर तरह-तरह की बातें कहीं जा रही हैं। लोगों का कहना है कि रेफरी ने डेनमार्क को लूट लिया।
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इस बीच डेनमार्क के कोच कास्पर जुलमेंड ने कहा है कि उन्हें समझ में नहीं आया कि यूरो फुटबॉल चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड को आखिरी क्षणों में उनकी टीम के खिलाफ पेनाल्टी किस आधार पर दी गई। अतिरिक्त समय के पहले हाफ में रहीम स्टर्लिग डेनमार्क के डिफेंडर जोकिम माएले से गेंद छीनते समय अपना संतुलन खो बैठे और मथियास यानसेन की चुनौती का सामना करते हुए मैदान पर गिर गए।
इसके बाद इंग्लैंड को पेनाल्टी दी गई। वीडियो रिव्यू में फैसले को बरकरार रखा गया। हैरी केन की स्पॉट किक बचा ली गई लेकिन उन्होने रिबाउंड पर विजयी गोल दागा। कोच ने कहा कि वह पेनाल्टी थी ही नहीं। मैं इस फैसले से काफी नाराज हूं। इंग्लैंड के कोच जेरेथ साउथगेट ने कहा कि इस पर वीडियो रेफरल लिया गया था और जाहिर है कि जांच परख के बाद ही फैसला लिया गया।
There appeared to be a second ball on the pitch during the play that Raheem Sterling won a penalty for England in extra-time. pic.twitter.com/U9y5BTv0ni
— ESPN FC (@ESPNFC) July 7, 2021
इधर ईएसपीएन एफसी ने एक फोटो ट्वीट किया है जिसमें मैदान में दो गेंद दिखाई पड़ रही है। यह फोटो उस समय की है जब इंग्लैंड को पेनाल्टी मिली है।