आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल मुकाबला साउथम्पटन में शुक्रवार से खेला जाना था। इस टेस्ट चैंपियनशिप के पहले दिन का खेल बारिश की भेंट चढ़ गया और टॉस हुए बिना ही स्टंप्स की घोषणा कर दी गई। इस टेस्ट मैच को लेकर तरह-तरह के सवाल लोगों के मन है क्या होगा। कैसे निकलेगा रिजल्ट। ऐसे आईसीसी ने रिजर्व डे की घोषणा कर रखी है। इसी कड़ी में आज आपको हम उस एक टेस्ट मैच की बात बताने जा रहे हैं जो 12 दिन तक चला था। तो आइए चलिए जानते हैं उसके बारे में
दरअसल पहले के जमाने में टेस्ट मैच के खत्म होने की कोई समय सीमा नहीं होती थी। एक टेस्ट मैच कितने दिनों तक भी खेला जा सकता था, इसीलिए इन्हें टाइम लैस टेस्ट बोला जाता था।
बात सन् 1939 की है। इंग्लैंड की टीम दक्षिण अफ्रीका दौरे पर थी। इन दोनों के बीच पांच मैचों की सीरीज खेली जा रही थी। पांच मैचों की इस सीरीज में इंग्लैंड की टीम 1-0 से आगे थी। पांचवें टेस्ट मैच के शुरू होने से पहले दोनों देशों में सहमति बनी कि जब तक इस मैच का परिणाम नहीं निकलेगा तब तक इसे खत्म नहीं किया जायेगा।

मैच शुरू 3 मार्च 1939 को और खत्म हुआ 14 मार्च को। डरबन में खेले गए इस मैच में दो दिन खिलाड़ियों को रेस्ट दिया गया और एक दिन बारिश में धुल गया। कुल 43 घंटे 16 मिनट तक चले गए इस मैच में 1981 रन बने, 5447 गेंदे फेंकी गईं, लेकिन अंत में यह मैच भी ड्रॉ पर ही खत्म हुआ।
इस मैच में टॉस जीता दक्षिण अफ्रीका ने। पहले बैटिंग करते हुए 540 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया। जवाब में इंग्लैंड की टीम 316 रन ही बना सकी। इस मैच में साउथ अफ्रीका के बॉलर डेल्टन ने 59 रन देकर 4 विकेट चटकाए थे। फर्स्ट इनिंग खत्म होने के बाद दक्षिण अफ्रीका की टीम इंग्लैंड पर 214 रनों की बढ़त हासिल कर चुकी थी।
दूसरी पारी में भी दक्षिण अफ्रीका ने अच्छी बैटिंग की और 481 रनों का स्कोर खड़ा कर दिया। इस तरह पहली पारी और दूसरी पारी मिलाकर दक्षिण अफ्रीका की बढ़त 695 रन हो गई। इंग्लैंड को 696 रन का लक्ष्य मिला। इंग्लैंड ने 5 विकेट खोकर 654 रन बना लिये।
दूसरी पारी में इंग्लैंड के कप्तान हेमंड ने 140 रन और इडरिच ने 219 रनों की पारी खेली थी। इंग्लैंड को जीत के लिए बस 42 रन चाहिए था। टीम जीत की ओर कदम बढ़ा दिये थे पर 12वें दिन लंच के बाद बारिश हो गई और खेल नहीं हो सका और अंपायर ने ड्रॉ करने की अपील कर दी।

12वें दिन खेल खत्म होने के पीछे भी कारण है। 13वें दिन अगर मैच होता तो इंग्लैंड जीत जाता पर ड्रॉ पर खत्म कर दिया गया। दरअसल इंग्लैंड की टीम को पानी के जहाज से अपने देश लौटना था। उसे ट्रेन पकड़ कर इसके लिए डरबन से केपटाउन जाना पड़ता। डरबन से केपटाउन जाने में दो दिन का समय लगता। पानी का जहाज छूट नहीं जाए इसीलिए मैच को ड्रॉ पर समाप्त करने का फैसला किया।
इस मैच में साउथ अफ्रीका की टीम ने 1011 रन बनाए थे, दोनों टीमों की तरफ से 5 सेंचुरी लगी थी और इंग्लैंड के इडरिच ने एक डबल सेंचुरी भी मारी थी। वैसे बढ़िया है आज की तारीख में 5 ही दिन में ये काम खत्म हो जाता है। वरना लंबा खेलने के मामले में धुरंधर आज भी कम नहीं है।