रांची। रांची के मोरहाबादी मैदान में 13 व 14 फरवरी को आयोजित होनेवाली 8वीं राष्ट्रीय व चौथी अंतरराष्ट्रीय रेस वॉकिंग प्रतियोगिता की पूरी तैयारी कर ली गई है। शुक्रवार की शाम तक तीनों विदेशी निर्णायक पहुंच गए थे लेकिन एक भी विदेशी एथलीट ने अबतक अपना निबंधन नहीं कराया है। प्रतियोगिता में जज की भूमिका निभाने के लिए स्लोवाकिया के मार्टिन स्क्राबा, स्वीटजरलैंड के फ्रेडरिक बियांची पास्तोरी व रोमानिया के एलेक्जेंडू्र निकोल स्टीफन रांची पहुंच गए हैं। विदेशी एथलीटों के नहीं आने का सबसे प्रमुख कारण कोविड को लेकर कठोर गाईडलाइन्स है।
शुक्रवार को आयोजन समिति के मधुकांत पाठक, सीडी सिंह, उदय सिंह मुन्ना ने प्रेस वार्ता कर आयोजन से जुड़े पहलुओं पर जानकारी दी। श्री पाठक ने बताया कि प्रतियोगिता के लिए अब तक निबंधन करानेवाले 160 एथलीटों में 46 महिलाएं शामिल हैं। 12 महिलाएं अंडर 20 के 10 किलोमीटर वॉक में भाग लेंगी जबकि 8 अंडर 18 के 10 किलोमीटर वॉक का हिस्सा बनेंगी। 24 महिलायें 20 किलोमीटर और 2 महिलाएं 35 किलोमीटर वॉक में भाग लेंगी।
160 एथलीटों में झारखंड के मात्र 4 एथलीटों ने निबंधन कराया है। एक भी महिला एथलिट झारखंड की ओर से भाग नहीं ले रही है। विश्वस्तरीय वॉक निर्णायकों के रांची में होने का लाभ उठाते हुए झारखंड एथलेटिक्स संघ ने अपने तकनीकी निर्णायकों के लिए 14 जनवरी को एक वर्कशॉप का आयोजन किया है।
इस वर्कशॉप में स्लोवाकिया के मार्टिन स्क्राबा, स्वीटजरलैंड के फ्रेडरिक बियांची पास्तोरी व रोमानिया के एलेक्जेंडू्र निकोल स्टीफन झारखंड के तकनीकी निर्णायकों को वॉक की बारीकियों से अवगत कराएंगे। प्रतियोगिता में भाग लेनेवाले सभी एथलीटों व तकनीकी निर्णायकों के लिए कोविड की जांच अनिवार्य की गई है। झारखंड के 56 तकनीकी निर्णायकों का कोविड टेस्ट शुक्रवार को किया गया। प्रतियोगिता के आयोजन के लिए एसबीआइ टाइटल स्पांसर की भूमिका निभा रहे है। वाकिंग की रेस सुबह 6.30 बजे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फ्लैग आॅफ कर रेस की शुरूआत करेंगे। 14 को ही समापन समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर रहेंगे।