मेलबर्न। पावरसर्ज, एक्सफैक्टर और बैश बूस्ट यह तीन नए नियम हैं जो क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया 10 दिसंबर से शुरू हो रहे बिग बैश लीग (बीबीएल) के 10वें संस्करण में शामिल करने जा रही है।
एक्स फैक्टर : टीमों को मैच में 10वें ओवर के बाद एक एक्स फैक्टर (X-Factor) खिलाड़ी का इस्तेमाल करने की स्वीकृति होगी जो एक बल्लेबाज या क्षेत्ररक्षण टीम में एक गेंदबाज की जगह लेगा जिसने एक ओवर से अधिक गेंदबाजी नहीं की हो। क्रिकेट के पारंपरिक नियमों के अनुसार स्थानापन्न खिलाड़ी क्षेत्ररक्षण कर सकता है लेकिन उसे गेंदबाजी या बल्लेबाजी की इजाजत नहीं होती।
पावर सर्ज : दूसरा नियम पावर सर्ज (Power Surge) से जुड़ा है। पावर सर्ज दो ओवर का पावर प्ले होगा जिसे बल्लेबाजी टीम पारी के आखिरी 10 ओवरों के दौरान कभी भी ले सकती है। इस दौरान 30 गज के दायरे के बाहर सिर्फ दो क्षेत्ररक्षकों को रखने की स्वीकृति होगी। पावर सर्ज को जगह देने के लिए प्रत्येक पारी की शुरुआत में होने वाले छह ओवर के पावर प्ले को घटाकर चार ओवर का कर दिया गया है।
बैश बूस्ट : एक अन्य नियम बोनस प्रतियोगिता अंक से जुड़ा है जिसे ‘बैश बूस्ट’ (Bash Boost) कहा गया है। यह दूसरी पारी के 10 ओवर होने के बाद उस टीम को दिया जाएगा जिसने 10 ओवर के बाद अधिक स्कोर बनाया होगा।
बीबीएल के मुखिया एलिस्टर डोबसन ने कहा, पावर सर्ज, एक्स फैक्टर और बैश बूस्ट नियमों का लाने का मकसद हाई स्कोर, मनोरंजक क्रिकेट, नए रणनीतिज्ञ एंगल और इस बात को सुनिश्चित करना है कि पूरे मैच में कुछ न कुछ रोचक होता रहे। उन्होंने कहा, हम इस बात को लेकर आश्वस्त हैं कि प्रशंसक इन बदलावों को पसंद करेंगे।