पटना। बिहार क्रिकेट एसो सिएशन (बीसीए) ने बीसीए के पूर्व सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह के द्वारा बिहार क्रिकेट एसोसिएशन की छवि को धूमिल करने, गांधी मैदान थाना पटना के कांड संख्या 122/ 2019 में प्राथमिकी अभियुक्त होने , तथा जिला संघों को दिग्भ्रमित करने के जैसे विभिन्न आरोपों पर ‘सदन’ ने गहन विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से यह निर्णय किया कि पूर्व सचिव रविशंकर प्रसाद सिंह को 18 जून 2020 को भेजे गए “कारण बताओ नोटिस”का संतोषजनक जवाब नहीं देने तथा उनके ऊपर लगे आरोपों के विरुद्ध स्पष्टीकरण देने की जगह उल्टा मुकदमा करने की धमकी देना बिल्कुल अस्वीकार्य है। अत: जिस प्रकार प्राथमिकी दर्ज होने के बाद डी.पी. त्रिपाठी, नीरज कुमार, मनोज यादव तथा राकेश सिन्हा को निलंबित करने का निर्णय किया गया था। उसी निर्णय की एकरूपता को बरकरार रखते हुए।
उन्हें बिहार क्रिकेट संघ के किसी गतिविधि में भाग लेने अथवा इससे संबद्ध किसी सदस्य जिला संघ के किसी आयोजन या गतिविधियों में अगले 6 साल या गांधी मैदान, पटना थाना कांड संख्या 122/ 2019 के विधि सम्मत निष्पादन में बरी नहीं होने तक, पूर्ण रोक लगाते हुए।
बीसीए एसोसिएट सदस्यता से निलंबित करने का सर्वसम्मति से निर्णय किया गया। सदन ने इस निर्णय की चर्चा लीगल कमिटी के अध्यक्ष व सदस्यों से करके यथोचित निष्पादन के लिए अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी व कार्यकारी सचिव कुमार अरविंद को अधिकृत किया। सदन ने इस निर्णय की सूचना से माननीय लोकपाल, एथिक्स ऑफिसर तथा सभी संबंधितो को अवगत कराने का भी निर्देश दिया। यह जानकारी बीसीए के मीडिया कमेटी के संयोजक कृष्णा पटेल ने प्रेस रिलीज के माध्यम से दी है।