पटना। पिता मनोज कुमार फुटबॉलर थे पर वे ज्यादा आगे तक नहीं खेल पाये। बेटा विवेक सिंह अब उनके सपने को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रहा है और उसकी चाहत है कि एक दिन टीम इंडिया में अपनी जगह पक्की करूं। पहले बिहार और अब यूपी में जा बसे विवेक सिंह आई लीग खेलने वाली टीम लोन स्टार कश्मीर के सदस्य हैं।
विवेक का पुश्तैनी घर बिहार के नालंदा जिला के हरनौत के पास था। उसके दादा जी स्व. राजेंद्र प्रसाद मुगलसराय में रेलवे में नौकरी करते थे। विवेक के पिता मनोज कुमार का फुटबॉल से गहरा नाता था और वे बनारस के एक क्लब की ओर से खेलते थे। स्पोट्र्स कोटा पर मनोज की नौकरी रेलवे में हो गई और इस तरह धीरे-धीरे विवेक का पूरा परिवार मुगलसराय ही शिफ्ट हो गया।


पिता की राह पर विवेक सिंह भी चल पड़े। शुरुआती दौर में फुटबॉल की एबीसीडी विवेक ने अपने पिता से सीखी। इसके बाद भगवान सिंह ने उन्हें अपनी टीम की ओर से खेलने का मौका दिया। इसके बाद विवेक साई सेंटर धार चले गए। वहां वे तीन साल तक रहे। इस दौरान उन्होंने जूनियर लेवल पर स्कूल के अलावा अंडर-16, अंडर-18 प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया। साई से निकलने के बाद उन्होंने विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
इसके बाद वे बिहार के मधुबनी जिला से फुटबॉल लीग खेलने लगे और वर्ष 2019 में संतोष ट्रॉफी में भाग लेने बिहार टीम के वे सदस्य रहे। वर्ष 2019 में कोलकाता में हुए ओपन सेलेक्शन ट्रायल से उनका चयन आईलीग टीम लोन स्टार कश्मीर में हो गया और वे अभी उस टीम के सदस्य हैं। विवेक को विदेश के भी क्लबों से ऑफर आए थे वह आर्थिक तंगी के चलते विवेक विदेश नहीं जा नहीं सके।


गोरखपुर के निजी कॉलेज में बतौर स्पोर्ट टीचर के रूप में कार्यरत विवेक कुमार कहते हैं कि मैं बिहार फुटबॉल संघ के सचिव इम्तियाज हुसैन के साथ संतोष कुमार, मजूमदार सर और भगवान सर का आभारी हूं जो मेरे कैरियर को आगे बढ़ाने में मदद कर रहे हैं।
विवेक के पिता मनोज कुमार को अपने बेटे पर बहुत गर्व है। उनका कहना है कि मैं अच्छा प्लेयर होने के बावजूद बहुत आगे तक नहीं खेल पाया, लेकिन मेरे सपने को मेरे बेटे ने पूरा किया है। आज वह हमसे भी ऊंचे लेवल पर खेल रहा है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वह भारत के लिए खेलेगा, देश का नाम रोशन करेगा।


विवेक की मां सबिता देवी बेटे की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। उन्हें उम्मीद है कि उनका बेटा जल्द ही नेशनल टीम में खेलेगा। वह फुटबॉल की दुनिया का नया मुकाम हासिल करेगा।