नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट के लिए आज (30 मार्च) का दिन काफी खास है। आज के ही दिन भारत ने वर्ष 2011 वल्र्ड कप में पाकिस्तान को सेमीफाइनल में हरा कर फाइनल में प्रवेश किया था और फिर श्रीलंका को हरा 28 साल बाद दूसरी बार विश्व कप का खिताब अपने नाम किया था।
2011 वल्र्ड कप सेमीफाइनल का मैच पूरे टूर्नामेंट का सबसे मुश्किल मैच था। इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की टीम पूरे फॉर्म में थी। उसके खिलाड़ी हर क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर रहे थे। लोगों को उम्मीद थी कि इस बार खिताब या तो भारत जीतेगा या पाकिस्तान। लोग इस मुकाबले को फाइनल मुकाबला मान कर चल रहे है।

2011 वल्र्ड कप सेमीफाइनल मुकाबले से पहले ही भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच माइंड गेम शुरू हो गया। भारतीय ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने न्यूज चैनल आजतक से बात करते हुए वल्र्ड कप 2011 के एक दिलचस्प किस्से के बारे में बताया, जब शोएब अख्तर ने भज्जी से सेमीफाइनल की टिकटें मांगी थीं।
भज्जी ने कहा था कि शोएब अख्तर ने उनसे 2011 सेमीफाइनल की टिकटें मांगी थीं क्योंकि उसके फैमली के कुछ लोग आए थे। भज्जी ने तब शोएब अख्तर से कहा कि कोई बात नहीं ले लेना। इसके बाद भज्जी ने अख्तर को 4 टिकटें दीं। इसके बाद अख्तर ने भज्जी को फाइनल की टिकटें भी मांगी, जिस पर भज्जी ने कहा कि तुम क्या करोगे फाइनल के टिकट का, वहां तो हम जा रहे हैं और अगर तुम्हें जाना है मैच देखने के लिए तो तुम खुद टिकट बुक कराओ।

30 मार्च 2011 को वल्र्ड कप के सेमीफाइनल मैच में टीम इंडिया के तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारत को वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर की जोड़ी ने अच्छी शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 48 रनों की पार्टनरशिप की।
हालांकि भारत बड़ा स्कोर नहीं बना पाया और पाकिस्तान को 261 रनों का टारगेट दिया। सचिन तेंदुलकर ने 115 गेंदों में 11 चौकों की मदद से 85 रन बनाए। गौतम गंभीर ने 27, विराट कोहली ने 9, एमएस धोनी ने 25 और सुरेश रैना 36 रन बनाकर नाबाद रहे।
इसके जवाब में भारतीय गेंदबाजों ने इस छोटे टारगेट का बचाव करते हुए 49.5 ओवर में पाकिस्तान की टीम को 231 रन पर ढेर कर दिया। भारत ने 29 रनों से मैच जीतकर फाइनल में जगह बना ली। इसी के साथ ही भारत ने पांचवीं बार पाकिस्तान को वल्र्ड कप में धूल चटाई थी ।
साभार : आजतक