बर्लिन, 28 जून। एफआईएच प्रो लीग के यूरोपीय चरण में भारतीय महिला हॉकी टीम का खराब प्रदर्शन जारी है। शनिवार को खेले गए मुकाबले में भारत को चीन के हाथों 0-3 से करारी हार झेलनी पड़ी। यह भारतीय टीम की लगातार सातवीं हार रही, जिससे वह टूर्नामेंट की तालिका में सबसे नीचे खिसक गई है और शीर्ष स्तर से बाहर होने की कगार पर पहुंच गई है।
इस हार के बाद भारत के 15 मैचों में केवल 10 अंक हैं और वह नौ टीमों की तालिका में सबसे अंतिम स्थान पर है। इंग्लैंड भारत से सिर्फ एक पायदान ऊपर है, जिसके 14 मैचों में 11 अंक हैं।
चीन ने तीन क्वार्टर में साधी बढ़त, भारत खाली हाथ
मैच में भारत ने तेज़ शुरुआत की और पहले क्वार्टर में चीन की रक्षापंक्ति को चुनौती भी दी। तीसरे ही मिनट में बलजीत कौर के पास गोल करने का सुनहरा मौका था, लेकिन उनका शॉट पोस्ट के बाहर चला गया। अगले ही मिनट में भारत को लगातार दो पेनrल्टी कॉर्नर भी मिले, मगर दीपिका इन मौकों को भुनाने में नाकाम रहीं। हालांकि शुरुआती हमलों के बावजूद भारत बढ़त नहीं बना सका और चीन ने धीरे-धीरे मैच पर पकड़ बनानी शुरू कर दी। 21वें मिनट में चेन यांग ने पेनाल्टी कॉर्नर को गोल में बदलते हुए चीन को बढ़त दिलाई। 26वें मिनट में झांग यिंग ने एक और पेनाल्टी कॉर्नर पर गोल करके स्कोर 2-0 कर दिया। तीसरे क्वार्टर में भारत की रक्षापंक्ति में आई ढील का फायदा उठाते हुए आनहुल यू ने 45वें मिनट में मैदानी गोल कर चीन की बढ़त को 3-0 कर दिया।
मौके बने लेकिन गोल नहीं कर सकीं
भारतीय खिलाड़ी भारतीय गोलकीपर सविता पूनिया ने पहले हाफ में कई शानदार बचाव किए। खासकर 13वें मिनट में गुओटिंग हाओ के रिवर्स हिट को रोकना काफी सराहा गया। मगर रक्षापंक्ति और मिडफील्ड में तालमेल की कमी साफ झलक रही थी। तीसरे क्वार्टर में भारत ने हमलों की झड़ी लगा दी, लेकिन आखिरी पास और फिनिशिंग की कमी टीम की पुरानी कमजोरी बनकर सामने आई। 55वें मिनट में भारत को पेनल्टी स्ट्रोक भी मिला। यह मैच का एकमात्र गोल करने का स्पष्ट मौका था। लेकिन दीपिका इसे गोल में नहीं बदल सकीं।
रविवार को फिर चीन से होगी भिड़ंत
भारतीय टीम अब टूर्नामेंट में अपना आखिरी मुकाबला रविवार को फिर से चीन के खिलाफ खेलेगी। यह मैच महज सम्मान बचाने का होगा, लेकिन टीम के लिए आत्मविश्वास वापस पाने का भी अंतिम मौका हो सकता है।