कोलकाता, 2 सितम्बर। मोहन बागान सुपर जायंट्स रविवार को यहां डूरंड कप के फाइनल में खिताब के लिए चिर प्रतिद्वंद्वी ईस्ट बंगाल एफसी से भिड़ेगा जो टूर्नामेंट के 2004 फाइनल का दोहराव होगा।
सॉल्ट लेक स्टेडियम में दो दिग्गज क्लबों के बीच यह मुकाबला तनाव और भावनाओं का द्वंद्व होगा। स्टेडियम दोनों टीमों के खेल प्रेमी हरे-महरून और लाल-सुनहले रंग की जर्सी से भरा होगा।
दोनों टीमें 2004 डूरंड कप फाइनल में भी एक दूसरे से भिड़ी थीं जिसमें ईस्ट बंगाल ने 2-1 की जीत से बाजी मारी थी। ईस्ट बंगाल और मोहन बागान 16-16 मौकों पर ट्राफी जीतकर बराबरी पर हैं।
ईस्ट बंगाल ने पिछली बार यह खिताब 2004 में जीता था जबकि मोहन बागान ने पिछली बार यह ट्राफी 2000 में हासिल की थी।
ईस्ट बंगाल का इस साल टूर्नामेंट में प्रदर्शन शानदार रहा है जिसने पांच मैच खेले हैं जिसमें उसने चार में जीत हासिल की जबकि एक मैच ड्रा खेला।
कोच कार्ल्स कुआद्रत अपनी टीम की जीत की लय से काफी खुश हैं लेकिन वह जीत के अंतर से थेाड़ा चिंतित हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ज्यादातर मैच करीबी अंतर से जीते हैं। काफी दफा उन्होंने (ईस्ट बंगाल) गोल गंवा दिये। इसलिये यह फुटबॉल का शानदार मैच होगा जिसमें हम जीत दर्ज करने के लिए अपने सभी हथियार इस्तेमाल करने की कोशिश करेंगे। ’’
मोहन बागान की टीम खिताब के 23 साल के इंतजार को समाप्त करना चाहेगी। मौजूदा इंडियन सुपर लीग चैम्पियन होने के नाते इस मुकाबले में उसका पलड़ा थेाड़ा भारी है लेकिन ईस्ट बंगाल इतना अच्छा खेल रही है कि उसे हराना मुश्किल होगा।
मोहन बागान के कोच जुआन फेरांडो ने सेमीफाइनल में मिली जीत के बाद कहा था कि यह हमारे लिये सत्र पूर्व टूर्नामेंट है इसलिये हमारे लिये विभिन्न स्थानों पर विभिन्न खिलाड़ियों को आजमाना अहम है। मेरा काम योजना बनाना और खिलाड़ियों की मदद कर ट्राफी जीतने की कोशिश करना है।