काठमांडू। दक्षिण एशियाई खेलों की महाशक्ति भारत ने इन खेलों में 150 पदक पूरे कर लिए। भारत अबतक 74 स्वर्ण, 53 रजत और 25 कांस्य पदक जीत चुका है। भारत के 152 पदक हो गए हैं।
मेजबान नेपाल 39 स्वर्ण, 27 रजत और 46 कांस्य पदक सहित 112 पदकों के साथ दूसरे स्थान पर है। श्रीलंका 22 स्वर्ण, 39 रजत और 63 कांस्य पदक सहित 124 पदकों के साथ तीसरे स्थान पर है जबकि पाकिस्तान 18 स्वर्ण, 25 रजत और 28 कांस्य पदक सहित 71 पदकों के साथ चौथे स्थान पर है।
बांग्लादेश चार स्वर्ण, 16 रजत और 49 कांस्य पदक सहित 69 पदकों पांचवें, मालदीव एक स्वर्ण और दो कांस्य सहित तीन पदकों के साथ छठे तथा भूटान छह कांस्य पदकों के साथ सातवें स्थान पर है।
भारत ने वुशू में जीते 11 स्वर्ण सहित 17 पदक
भारत ने 13वें दक्षिण एशियाई खेलों की वुशू प्रतियोगिता में अपनी श्रेष्ठता कायम रखते हुए 11 स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक सहित कुल 17 पदक जीत लिए।
भारत ने इस तरह ओवरआल चैंपियनशिप अपने कब्जे में रखी। भारत ने इन खेलों में लगातार तीसरी बार वुशू प्रतियोगिता में चैंपियनशिप पर अपना कब्जा बरकरार रखा है।
टेबुल टेनिस : अमलराज और सुर्तिथा ने स्वर्ण पदक जीते
एंथोनी अमलराज ने शुक्रवार को यहां दक्षिण एशियाई खेलों में हमवतन हरमीत देसाई को हराकर पुरूष एकल खिताब और सुर्तिथा मुखर्जी ने अहयिका मुखर्जी को हराकर महिला एकल ट्राफी अपने नाम की जिससे भारत ने टेबल टेनिस स्पर्धा में स्वर्ण और रजत पदक में क्लीन स्वीप किया।
सात स्वर्ण और पांच रजत से भारतीय टेबल टेनिस खिलाड़ियों ने स्पर्धा में दाव पर लगे सबसे ज्यादा पदक हासिल कर लिये।
अमलराज के लिये शुरूआत काफी मुश्किल थी जो फाइनल में 0-3 से पिछड़ रहे थे लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए हरमीत को 6-11, 9-11, 10-12, 11-7, 11-4, 11-9, 11-7 से मात दी।
सुर्तिथा के लिये भी आसान मुकाबला नहीं रहा जिन्होंने अहयिका के खिलाफ खराब शुरूआत से उबरते हुए अंतिम गेम अपने नाम कर जीत हासिल की। वह 8-11, 11-8, 6-21, 11-4, 13-11, 11-8 से जीती।